अब होम आइसोलेट संक्रमित मरीजों की एप से होगी ट्रैकिग

किशनगंज। जिले में होम आइसोलेट कोरेाना संक्रमित मरीजों की अब विभाग द्वारा जारी एप के माध्यम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:51 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:51 PM (IST)
अब होम आइसोलेट संक्रमित मरीजों की एप से होगी ट्रैकिग
अब होम आइसोलेट संक्रमित मरीजों की एप से होगी ट्रैकिग

किशनगंज। जिले में होम आइसोलेट कोरेाना संक्रमित मरीजों की अब विभाग द्वारा जारी एप के माध्यम से ट्रैकिग जाएगी और उनका स्वास्थ्य का हाल जाना जाएगा। इसको लेकर विभाग द्वारा हिट (होम आइसोलेशन ट्रैकिग) एप जारी किया गया है। इसके सफल संचालन को लेकर मंगलवार को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक, आइसीटी समन्वयक को एक दिवसीय वर्चुअल माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार यह प्रशिक्षण केयर इंडिया के देवाशीष घोष एवं प्रसेनजीत प्रमानिम द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया।

सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जिसमें सभी को अपने-अपने प्रखंड में प्रशिक्षण का आयोजन कर एएनएम को प्रशिक्षित करने एवं एप की सुविधा लागू कराना सुनिश्चित करने को कहा गया है। ताकि होम आइसोलेट संक्रमित मरीजों की बेहतर तरीके से ट्रैकिग हो सके।

केयर इंडिया के डीटीओ देवाशीष घोष ने बताया कि यह प्रशिक्षण जिले के सभी प्रखंड के सरकारी अस्पताल में कार्यरत एएनएम को केयर इंडिया की टीम द्वारा दिया गया। जिसमें एप ऑपरेट की विस्तृत जानकारी दी गई। जिससे कि मोबाइल एप से ही ऐसे मरीजों की ट्रेकिग कर स्वास्थ्य का हाल जाना जाएगा। इससे ना सिर्फ ट्रेकिग की कार्य को गति मिलेगी बल्कि मरीजों को भी आसानी के साथ समुचित स्वास्थ्य उपलब्ध होगी। जिला कार्यक्रम समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि एप का पेज खोलने के विभाग द्वारा निर्गत यूजर आईडी और पासवर्ड को लॉग-इन करना होगा। सभी एएनएम को यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध करा दिया गया है।

केयर इंडिया के डीटीओ देवाशीष घोष ने बताया कि यह प्रशिक्षण जिले के सभी प्रखंड के सरकारी अस्पताल में कार्यरत एएनएम को केयर इंडिया की टीम द्वारा दिया गया। जिसमें एप ऑपरेट की विस्तृत जानकारी दी गई। जिससे कि मोबाइल एप से ही ऐसे मरीजों की ट्रेकिग कर स्वास्थ्य का हाल जाना जाएगा। इससे ना सिर्फ ट्रेकिग की कार्य को गति मिलेगी बल्कि मरीजों को भी आसानी के साथ समुचित स्वास्थ्य उपलब्ध होगी। जिला कार्यक्रम समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि एप का पेज खोलने के विभाग द्वारा निर्गत यूजर आईडी और पासवर्ड को लॉग-इन करना होगा। सभी एएनएम को यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध करा दिया गया है।

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