कोविड 19 के टीकाकरण का दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण
किशनगंज। कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण शीघ्र किया जाना है। जिसे लेकर सरकार द्वारा त
किशनगंज। कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण शीघ्र किया जाना है। जिसे लेकर सरकार द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा मंगलवार को ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इससे पूर्व राज्य स्वास्थ्य समिति, जिला स्वास्थ्य समिति और जिला प्रतिरक्षण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया चुका है।
टीकाकरण की निगरानी के लिए को-विन (कोरोना वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क) पोर्टल लांच किया गया है। जिसमें लाभार्थी को एसएमएस के माध्यम से सूचना मिल जाएगी कि किस दिन, किस स्थान पर टीका लगेगा। इसके लिए पोर्टल पर डाटा फीडिग की जाएगी। इसपर टीकाकरण की पूरी जानकारी दी जाएगी। पहले चरण के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। उनका एप पर रजिस्ट्रेजशन किया जा रहा है। को-विन एप में पांच मॉड्यूल होंगे, जिनमें प्रशासक मॉड्यूल, पंजीकरण मॉड्यूल, टीकाकरण मॉड्यूल, लाभार्थी सूचना प्राप्ति मॉड्यूल तथा रिपोर्ट मॉड्यूल होंगे। प्रशासक मॉड्यूल प्रशासकों के लिए है, जो टीकाकरण सत्र आयोजित करेंगे।
टीकाकरण मॉड्यूल में लाभार्थी की जानकारी का सत्यापन किया जाएगा। रिपोर्ट मॉड्यूल में यह रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि कितने टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए और उनमें कितने लोगों ने हिस्सा लिया।
सिविल सर्जन डॉ. श्रीनंदन ने बताया कि प्रशिक्षण में सबसे पहले प्रथम चरण में पड़ने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के टीके के लिए प्लानिग, रिकॉर्डिंग तथा रिर्पोर्टिंग के तरीकों के बारे में बतलाया गया। वहीं कार्यक्रम से संबंधित क्षमतावर्द्धन भी किया गया। टीकाकरण के लिए हर पीएचसी पर स्थल का चयन किया जाएगा। एक स्थल पर तीन कमरों का चयन किया जाएगा। जिसमें एक एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा, सुपरवाइजर और एक डेटा असिस्टेंट रहेगें। लाभार्थी की संख्या 100 से अधिक रहने पर एक एएनएम अतिरिक्त रहेंगी। टीकाकरण स्थल पर अलग-अलग तीन कमरों में टीकाकरण के जुड़े पंजीकरण, टीकाकरण एवं ऑब्जरवेशन स्थापित किये जाएंगे। प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डीपीएम डॉ मुना•िाम, डीपीसी विश्वजीत कुमार, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड स्वास्थ्य समन्वयक, सीडीपीओ, डाटा एंट्री ऑपरेटर , केयर , डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और सी-फार के प्रतिनिधि उपस्थित थे।