थक हार कर बांस बल्ले के सहारे कटावरोधी कार्य में जुटे ग्रामीण

किशगनंज। ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत पौआखाली पंचायत के तेलिभट्टा गांव के समीप कनकई नदी के कट

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:13 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:09 AM (IST)
थक हार कर बांस बल्ले के सहारे कटावरोधी कार्य में जुटे ग्रामीण
थक हार कर बांस बल्ले के सहारे कटावरोधी कार्य में जुटे ग्रामीण

किशगनंज। ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत पौआखाली पंचायत के तेलिभट्टा गांव के समीप कनकई नदी के कटाव से ग्रामीण त्रस्त हैं। प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं किए जाने व लगातार हो रहे कटाव से परेशान ग्रामीणों ने अब बांस बल्ले के सहारे कटावरोधी कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि ग्रामीणों को इसके लिए मुखिया का साथ मिला। मुखिया प्रतिनिधि अहमद हुसैन उर्फ लल्लू व स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से कटाव रोकने को लेकर बंबू पाइलिग का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने बताया कि कनकई नदी के तेज हो रहे कटाव से पूरा गांव अब जद में आ चुका है। विगत कई दिनों से हो रही बारिश व कनकई नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव के कारण कटाव तीव्र गति से होने लगा। कटाव के कारण नदी से सटे किसानों के खेत धीरे-धीरे नदी के गर्भ में विलीन होता जा रहा है। किसानों के साथ साथ अब ग्रामीण भी घरों के नदी में विलीन हो जाने को लेकर चितित हैं। विभागीय स्तर से अब तक कटावरोधी उपाय नहीं किए जाने से ग्रामीण काफी चितित हैं। तेलिभिट्ठा व मिरभिट्ठा के किसान इरफान, अहमद, नौशाद, कमरुल, हाजी मतीउर रहमान, समीरुद्दीन, वारिस आलम, अलीमुद्दीन, जुनेद आलम, अब्दुल रजाक, अब्दुल गनी ने बताया कि खेतों में लगा धान का फसल अब नदी में कट जाने से जमीन व फसल की क्षति की दोहरी मार झेलने को विवश हैं। इन किसानों ने बताया कि जब से नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ है, तभी से कटाव की समस्या भी बरकरार है। हालांकि प्रतिदिन हो रहे कटाव के कारण गांव से नदी तक का फासला और करीब होता जाता रहा है। खासकर घटते जलस्तर के कारण यह समस्या और विकराल हो जाती है। खेतिहर किसान अपनी फसल को लेकर चितित हैं।उनकी धान की फसल भी धीरे- धीरे नदी में समा रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने हाल ही में उक्त स्थल का दौरा कर कटाव का जायजा लिया था, लेकिन कटावरोधी उपायों के शुरू न किए जाने से ग्रामीणों को अनजाना भय सता रहा है। ग्रामीणों ने अतिशीघ्र उक्त कटाव स्थल पर स्थायी कटावरोधी कार्य करने की मांग प्रशासन से की है।

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