चुनाव बाद नहीं बैठ रहा प्रत्याशियों का गुणा-गणित
ठाकुरगंज प्रखंड की भातगांव पंचायत में आठवें चरण का मतदान शनिवार को समाप्ति के बाद प्रत्याशी अपने समर्थकों से बूथ क्रमवार वोट के आंकड़े इकट्ठा कर रहे हैं।
संवाद सूत्र, गलगलिया (किशनगंज) : ठाकुरगंज प्रखंड की भातगांव पंचायत में आठवें चरण का मतदान शनिवार को समाप्ति के बाद प्रत्याशी अपने समर्थकों से बूथ क्रमवार वोट के आंकड़े इकट्ठे कर रहे हैं। मतदान होने के बाद से ही भातगांव, बेसरबाटी, कुकुरबाघी, पथरिया सहित अन्य पंचायतों में विभिन्न प्रत्याशी व उनके समर्थकों के बीच मतदान का जोड़-घटाव जारी है। गलगलिया बाजार के विभिन्न चौक-चौराहों, बस स्टैंड, चाय की दुकान व खेत-खलिहानों में भी कौन जीतेगा, किसे हार का मुंह देखना होगा, इसी बात की चर्चा जोर-शोर से जारी है।
बुधवार को चुनाव होने के बाद मतदाता अब भी अपनी चुप्पी बरकरार रखे हुए हैं। महीनों से रातदिन अपने चहेते प्रत्याशी को जीत दिलाने की गारंटी दिलाने वाले छुटभैयों के अब आंकड़े देने में पसीने छूट रहे हैं। अक्सर ऐसा होता रहा है कि चुनाव के बाद लगभग मतदाता अपनी चुप्पी तोड़ देते थे और वोट का ध्रुवीकरण स्पष्ट हो जाता था। इस बार मतदाता मतदान के बाद भी चुनाव प्रचार के समय की तरह लगातार अपनी चुप्पी बरकरार रखे हुए हैं। आलम यह है कि राजनीतिक पंडितों की भविष्यवाणी गलत होती नजर आ रही है। हालांकि प्रत्याशी के हजारों-लाखों खर्च करवाने वाले छुटभैयों की पोल शुक्रवार को किशनगंज वज्रगृह में होने वाली मतगणना के बाद खुल जाएगी। पंचायत चुनाव के परिणाम कुछ चौंकाने वाले भी हो सकते हैं। मतों की गिनती जब तक शुरू नहीं हो जाती, तब तक अटकलों का बाजार गर्म रहेगा। गुरुवार को गांव की चौपालों से लेकर पंचायत के बाजारों तक जीत-हार को लेकर चर्चाएं जारी रहीं। इतना ही नहीं, मुखिया प्रत्याशियों के समर्थकों ने अपना तर्क देकर जीत-हार के दावे भी ठोंक रहे हैं। कई लोगों ने जीत के दावों के साथ आतिशबाजी भी की। बताते चलें कि प्रखंड क्षेत्र में कुल 22 पंचायत के 300 मतदान केंद्रों में कुल 2259 विभिन्न पदों पर चुनाव कराए गए हैं। इन प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम में बंद हैं। इनमें कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।