कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए फसल प्रबंधन के साथ मिट्टी जांच भी जरूरी

किशनगंज। रबी फसलों की बुआई को लेकर खगड़ा स्थित संयुक्त कृषि भवन के सभागार में गुरुवार को रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 07:36 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 07:36 PM (IST)
कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए फसल  प्रबंधन के साथ मिट्टी जांच भी जरूरी
कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए फसल प्रबंधन के साथ मिट्टी जांच भी जरूरी

किशनगंज। रबी फसलों की बुआई को लेकर खगड़ा स्थित संयुक्त कृषि भवन के सभागार में गुरुवार को रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन करने के बाद जिलाधिकारी डा. आदित्य प्रकाश ने फसल अवशेष प्रबंधन के महत्व बताए।

उन्होंने कहा कि कि खेतों में फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए फसल अवशेष प्रबंधन जरूरी है। किसानों को चाहिए कि खेती के दौरान फसल अवशेष प्रबंधन पर अवश्य ध्यान दें। वैज्ञानिक तकनीक से खेती करने के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग जरूरी है। किसानों को आधुनिक कृषि यंत्र के बारे में जानकारी दें। साथ ही जीविका के माध्यम से कृषि यांत्रिकरण कार्यक्रम का क्रियान्वयन करें। जिससे कि अधिक से अधिक किसान आधुनिक कृषि यंत्रों का क्रय कर फसल उत्पादन को बढ़ा सकें। प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र सहित सीमावर्ती गांवों में एमएसटीएल वाहन भेजकर खेतों के मिट्टी का नमूना लेकर जांच करें और किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध करवाएं। जिससे कि किसान अपने खेतों में जरूरत के अनुरूप खाद डाल कर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाए रखने के साथ फसल उत्पादन बढ़ाने में कामयाब हो सके। परियोजना निदेशक आत्मा को निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित करें। इसके लिए किसानों को जैविक खेती के प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए सिक्किम राज्य का भ्रमण करवाए के लिए योजना बनाए। अनानास और ड्रेगन फ्रूट की खेती बढ़ाने के लिए किसानों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने के साथ एफपीओ का गठन जल्द करें। सभी प्रखंड में शिविर लगाकर किसानों से किसान क्रेडिट कार्ड के लिए अधिक से अधिक आवेदन लें। प्रखंड स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी और परियोजना निदेशक आत्मा निश्चित रूप से हिस्सा लेंगे। किसानों द्वारा खरीफ मौसम में जो धान की खेती की गई है। किसानों से धान की अधिप्राप्ति का कार्य ससमय शुरू कर दिया जाएगा। किसान बिचौलियों के माध्यम से अपना धान नही बेंचे। धान की अधिप्राप्ति शुरु होने के बाद पैक्स पर कोई भी परेशानी होती है तो इसकी शिकायत अवश्य करें। पैक्स पर धान अधिप्राप्ति में गड़बड़ी करने वालों पर कानूनी कार्रवाई किए जाएंगे। जिला कृषि कार्यालय में मिट्टी जांच नमूना प्रयोगशाला का गहन निरीक्षण कर कई जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार झा ने रबी मौसम में संचालित योजनाओं की जानकारी दिए। साथ ही दो तीन दिनों में बारिश से हुए फसल क्षति का सर्वेक्षण करने का निर्देश कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार को दिए। इस दौरान मुख्य रूप से प्राचार्य डा. विद्या भूषण झा, केवीके के वरीय विज्ञानी इंजीनियर मनोज कुमार राय, विज्ञानी डा. नीरज प्रकाश, विज्ञानी डा. हेमंत कुमार, सुरेन्द्र भारती सहित कई पदाधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।

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