पैक्सों में धान की खरीद नहीं, औने-पौने दाम पर बेचने को किसान मजबूर
टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत किसान औने-पौने दामों पर धान बेचने को मजबूर हैं।
संवाद सूत्र, टेढ़ागाछ (किशनगंज) : टेढ़ागाछ प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत किसान औने-पौने दामों पर धान बेचने को मजबूर हैं। इसका मुख्य कारण अभी तक पैक्सों में धान की खरीदारी नहीं होना है जिसका लाभ खुदरा व्यापारियों को खूब हो रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित समय एक नवंबर से धान खरीदारी का यहां अनुपालन होते नहीं दिख रहा है। धाम खरीदारी को लेकर निर्धारित समर्थन मूल्य पर सरकारी तय समय सीमा एक माह से अधिक बीत गया लेकिन धान की खरीद नहीं होने से किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। किसानों को रबी की बोआई के लिए खाद-बीज हेतु रुपये की जरूरत है। सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद की बात तो की जाती है पर अभी तक यहां धान की खरीद का तो सवाल ही नहीं उठता है।
डाकपोखर गांव के रहने वाले किसान कमल दास एवं जितेंद्र दास बताते हैं कि धान अन्य वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष कम हुई है, जिससे लागत पूंजी भी वापस नहीं हुई है। ऊपर से न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ नहीं मिलने से हम किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। वहीं करुण प्रसाद दास बताते हैं कि इस संबंध में पैक्सों से जब बात करते हैं तो वह बताते हैं कि अभी हमें धान खरीदने का आदेश नहीं मिला है। मजबूरी में औने-पौने दाम में धान बेचकर मक्के और गेहूं की खेती करने को हम मजबूर हैं। इस संबंध में कृषि पदाधिकारी उदय शंकर का कहना है कि पैक्सों में जल्द धान की खरीददारी शुरू करने की तैयारी चल रही है। बताते चलें कि प्रखंड में कुल 10 पैक्स हैं। सभी पैक्स बंद हैं जिससे किसान परेशान हैं।