मूसलाधार बारिश से ठाकुरगंज में उफनाई महानंदा
फोटो- 20 केएसएन 09 10 11 12 -कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से जनजीवन अस्त-व्यस्त ------------------ संवाद सूत्र ठाकुरगंज (किशनगंज)
किशनगंज। जिले के अलावा पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली मेची नदी उफान पर है। इससे प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ आने का खतरा मंडराने लगा है। इसके अलावे ठाकुरगंज-पोठिया प्रखंड की सीमा पर बहने वाली महानंदा नदी में तीस्ता बैरेज का पानी छोड़ने से अपने उफान पर है। इससे नदी के तट पर बसे कई गांवों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे लोगों का आम जनजीवन काफी प्रभावित हुआ हैं। कुर्लिकोट थाना क्षेत्र अंतर्गत खटखटी, कुर्लिकोट तथा गलगलिया थाना क्षेत्र के बक्सरभिट्ठा, नेमुगुड़ी, नेगड़ाडूबा तथा आदि सहित मेची नदी के किनारे अवस्थित कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाने से सीमावासियो में दशहत का माहौल व्याप्त हो गया है।
बुधवार को मेची नदी सहित प्रखंड में बहने वाली महानन्दा, चेंगा, कनकई समेत सारी नदियां उफनाई हुई हैं और लगातार सभी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। मेची नदी खतरे के निशान से लगभग करीब बह रही है। बताते चलें कि मेची नदी के किनारे दर्जनों गांवों में हजारों जिदगियां अपना जीवन बसर करती हैं। मेची नदी के कहर बरपाने से इन जिदगियों का जीवन पर खतरा मंडरा रही है। वहीं सैकड़ों एकड़ में लगी किसानों की धान, अनानास आदि फसलें भी बाढ़ के चपेट में आने से बर्बाद हो गया है। कुछ दिन बाद कटने वाले धान के फसल भी नदी के उफनाने से पानी में डूब गई है। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। महानंदा नदी के बाढ़ के पानी से सखुआडाली, पटेशरी, बरचौन्दी, खारुदह आदि पंचायत के लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस जाने से दर्जनों परिवारों को पीने का पानी, शौचालय व खाना पकाने वाले चूल्हे के प्रयोग में कठिनाई उत्पन्न हो रही है। पटेशरी पंचायत के उमवि ननधारा, मदरसा ननधारा व खरना गांव के समीप स्थित शमशान घाट तथा केटीटीजी सड़क के बगल में बसे अदरागुड़ी गांव पुरबटोला पूरी तरह जलमग्न हैं। इस गांव के करीब 25 घर जलमग्न है। मेची नदी में आये उफान से भारत-नेपाल सीमा पर स्थित उमवि ़कुर्लिकोर्ट डूबा हुआ है। प्राथमिक विद्यालय कुर्लिकोट एवं ़कुर्लिकोट मदरसा भी बाढ़ के चपेट में आने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं मेची नदी के उफनाने की सूचना मिलते ही सीओ, एसएसबी, सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना अधिकारियों को जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ पर कड़ी नजर रखने का अलर्ट जारी किया गया है। कहा गया है कि अनियंत्रित स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थान जाने की सलाह दी जाए ताकि जानमाल की सुरक्षा की जा सके। वहीं भारत नेपाल सीमा पर तैनात 19 वीं बटालियन के कुर्लिकोर्ट, खटखटी, धोबीभिट्ठा आदि के जवान मेची नदी के उफान पर लगातार अपनी नजर बनाते हुए पेट्रोलिग कर रहे हैं और सीमावासियों को नदी की ओर जाने से मना कर रहे हैं।