मरीजों की सेवा में दिन रात जुटे हैं डॉ. राहुल

किशनगंज। कोरोना काल में जहां लोग अपनों से मुंह फेरने लगे हैं। वहीं संकट की इस घड़ी म

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 05:49 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 05:49 PM (IST)
मरीजों की सेवा में दिन रात जुटे हैं डॉ. राहुल
मरीजों की सेवा में दिन रात जुटे हैं डॉ. राहुल

किशनगंज। कोरोना काल में जहां लोग अपनों से मुंह फेरने लगे हैं। वहीं संकट की इस घड़ी में सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार पीड़ितों की सेवा में दिन रात जुटे हैं। इतना ही नहीं, जरूरतमंदों को मास्क, सैनिटाइजर, खाद्य सामग्री आदि के साथ अन्य जरूरत के सामान भी नि:स्वार्थ भाव से उपलब्ध करा रहे हैं। अस्पताल में डयूटी करने के साथ साथ लोगों को कोरोना महामारी के प्रति जागरूक करना भी उन्होंने अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। उनकी सेवा भावना को देख मरीज और उनके स्वजन भावुक हो उठते हैं।

डॉ. राहुल ने बताया कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर ने कइयों की जिदगी लील ली। आंखों के सामने अपनों के चले जाने के बाद उन्होंने अपना जीवन मानव सेवा में समर्पित कर दिया है। दूसरी लहर पहले से भी ज्यादा खतरनाक है। सरकार के द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन कर इस रोग से बचा जा सकता है। आज भी कुछ लोग इस महामारी को हल्के में ले रहे हैं। ऐसे लोगों को जागरुक करना नितांत आवश्यक है। हमें कोरोना से डरने की नहीं बल्कि लड़ने की जरूरत है। कोरोना काल में घर में रहें। अतिआवश्यक न हो तो घर से बाहर नहीं निकलें। घर से बाहर निकलते वक्त चेहरे पर मास्क जरूर लगाएं और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर दो गज की दूरी का पालन करें। समय समय पर साबुन से हाथ धोते रहें या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। डॉ. राहुल ने बताया कि बदलते समय के साथ कोरोना के लक्षणों में भी परिवर्तन देखा जा रहा है। इसलिये सर्दी, खांसी, बुखार, दस्त आदि के लक्षण सामने आते ही फौरण चिकित्सक से सलाह लें या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपना कोरोना जांच अवश्य करा ले। जांच रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सक की सलाह पर दवा का सेवन करें। खुद जागरुक बनें और अपने आसपड़ोस के लोगों को भी जागरुक करें।

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