ओमिक्रोन लहर को देख स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर टिकी विभाग की निगाहें

वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 08:31 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 08:31 PM (IST)
ओमिक्रोन लहर को देख स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर टिकी विभाग की निगाहें
ओमिक्रोन लहर को देख स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर टिकी विभाग की निगाहें

संवाद सहयोगी, किशनगंज : वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। संक्रमण के इस नए वैरिएंट की रोकथाम के संबंध में जिला स्तर पर जरूरी दिशा निर्देश दिया गया है। जिलों में पहले से बनाए गए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर में बेड और उपकरणों की साफ सफाई कर क्रियाशील करने का आदेश दिए गए हैं। ताकि जरूरत पड़ने पर कोरोना के मरीजों को भर्ती किया जा सके। नए वेरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग की निगाहें स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर टिकी हैं। यह जानकारी सोमवार को सिविल सर्जन डा. सुरेश प्रसाद ने दी।

उन्होंने बताया कि हेल्थ वेलनेस सेंटर की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस सेंटर पर गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिग, गर्भवती महिलाओं की एएनसी की सेवाएं, डिलिवरी प्वाइंट सहित अन्य जरूरी जांच की सुविधा उपलब्ध है। जिले में 13 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित हैं। जहां 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टर की तैनाती की गयी है। तीन वेलनेस सेंटर में सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी हैं। इससे नए वैरिएंट ओमिक्रोन की संभावना को कम करने में मदद मिलेगी। सदर अस्पताल में नव निर्मित चाइल्ड फैंडली डेडिकेटड पेडिएट्रिक वार्ड में 40 बेड पूरी तरह से वातानुकूलित एवं पाइपलाइन आक्सीजन युक्त है। जिसमें दो से पांच वर्ष तक के बच्चों के इलाज की व्यवस्था है। जिलाधिकारी डा. आदित्य प्रकाश निर्देशानुसार जिले में जिस प्रकार संक्रमण की पहली एवं दूसरी लहर का डटकर सामना किया गया है। ठीक उसी प्रकार आने वाले समय में संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद है। उसके लिए स्वास्थ्य सुविधा को सुचारू रूप से क्रियान्वयन करने को लेकर सभी प्रखंड के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। जिसमें कोविड जांच, ट्रीटमेंट एवं वैक्सीनेशन के कार्यों के अलावा पीएचसी में कम से कम 10 बच्चों वाला बेड तथा आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराना है।

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