विज्ञान के गलत प्रयोग का परिणाम है कोरोना संकट
किशनगंज। विज्ञान कीमदद से ही इस संसार में नित्य दिन नए आविष्कार और खोज होते रहते हैं।
किशनगंज। विज्ञान कीमदद से ही इस संसार में नित्य दिन नए आविष्कार और खोज होते रहते हैं। वैज्ञानिक इंसानों के लिए अनेक जीवनरक्षक दवाइयां बनाने में सफल रहे हैं। अगर इंसान किसी बीमारी के शिकार हो जाएं तो उनका उपचार सुगमतापूर्वक हो पाता है, लेकिन गत वर्ष विज्ञान के गलत प्रयोग की वजह से कोरोना वायरस ने संपूर्ण विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। इस समय इंसान कोरोना वायरस से जंग लड़ने के लिए हर संभव प्रयास करने में लगे हैं।
------------
बुजुर्गों की राय -
कोरोना वायरस इस समय विश्व के सभी देशों में तांडव मचा रहा है। यह वायरस इतना खतरनाक है कि एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाता है। इतने खतरनाक वायरस का नाम इससे पहले कभी नहीं न तो सुना और न ही ऐसा महामारी कभी देखा। अब तो सतर्क रहकर ही भगवान भरोसे अपना जीवन सुरक्षित रख सकते हैं। - पार्वती देवी।
-----
कोरोना के कारण हर इंसान डर और भय के साये में जीने को विवश हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति जब घर से बाहर निकलता है तो वह भी अपने आपको सुरक्षित नहीं समझता है। इस तरह का महामारी अपने जीवन काल में नहीं देखा। अब तो यह वायरस बच्चे, युवा और बुजुर्ग श्रेणी के लोगों को भी मानसिक रूप से बीमार बना दिया है। इसलिए लोग अपने आपको हमेशा ही स्वस्थ समझें।
- शारदा देवी।
------
इस संसार में समय-समय पर एक से एक खतरनाक बीमारियों का सामना लोगों को करना पड़ा, लेकिन इंसान अपने आपको सुरक्षित रखने में कामयाब होते रहे है। कोरोना वायरस ने लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान कर रखा है। इसका कारण है कि यह बीमारी एक साथ संसार के सभी देशों में फैल चुका है। हालांकि इससे बचाव के लिए लोगों को कोविड वैक्सीन दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद इंसान के अंदर इस बीमारी को लेकर दहशत बना हुआ है। - बासुकीनाथ ठाकुर, सेवानिवृत प्राचार्य