मच्छर के डंक से शहरवासी परेशान, नहीं कराई जा रही फागिग

किशनगंज। बरसात के मौसम में बारिश होने से जगह-जगह जलजमाव है। इससे शहर में मच्छर का प्रक

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 07:47 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 07:47 PM (IST)
मच्छर के डंक से शहरवासी परेशान, नहीं कराई जा रही फागिग
मच्छर के डंक से शहरवासी परेशान, नहीं कराई जा रही फागिग

किशनगंज। बरसात के मौसम में बारिश होने से जगह-जगह जलजमाव है। इससे शहर में मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है। नालों में गाद व तालाबों में गंदगी की कारण शाम ढलते ही मच्छरों का मच्छरों के डंक से लोगों की परेशानी बढ़ जाती है। मच्छर का प्रकोप बढ़ने से लोगों को मच्छर जनित रोग होने की आशंका से भयभीत हैं। खासकर जलजमाव वाले इलाके के लोग मच्छर के आतंक से अधिक परेशान हैं।

मच्छरों से लोगों को निजात दिलाने के लिए पिछले साल तो नगर परिषद द्वारा कई गली मोहल्लों में फागिग कर मच्छरों को कम किया गया था, लेकिन इस बार नगर परिषद शायद फागिग करवाना भूल गयी है। जिसके कारण मच्छरों के प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। शाम ढलने के साथ ही लोग मच्छर भगाने वाले टिकिया या अन्य व्यवस्था के एक जगह बैठ नहीं पाते हैं। धरमगंज निवासी रितेश महतो ने बताया कि बारिश समाप्त होते ही मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है। शाम ढ़लते ही घर का खिलड़ी और दरवाजा बंद करना पड़ता है। मच्छर भगाने पर लोग अपने-अपने घर में हर माह हजारों रुपये खर्च कर रहे हैं। ताकि मच्छर के प्रकोप से निजात मिल सके। वहीं बिजली गुल होते ही कमरे में एक मिनट के लिए रुक पाना मुश्किल होता है। सबसे ज्यादा तो बच्चों को लेकर चिता होती है। कहीं इन मच्छरों के कारण बच्चों को डेंगू, मलेरिया, टाईफाइड जैसी गंभीर बीमारी ना हो जाए। बढ़ते मच्छर के बावजूद नगर परिषद फागिग मशीन को शोभा की वस्तु बनाकर रखे हुए है। वहीं जरूरत पड़ने पर कभी अधिकारियों के घर के आसपास घुमा देते हैं। फागिग कार्य नहीं कराने के संबंध में जानकारी लेने के लिए नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी से संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद था।

chat bot
आपका साथी