अनाज लदे ओवरलोड वाहनों का काफिला अधिकारियों को चिढ़ा रहा मुंह

किशनगंज। जिले में ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। ओवरलोड वाहन संचालन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 07:39 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 07:39 PM (IST)
अनाज लदे ओवरलोड वाहनों का काफिला अधिकारियों को चिढ़ा रहा मुंह
अनाज लदे ओवरलोड वाहनों का काफिला अधिकारियों को चिढ़ा रहा मुंह

किशनगंज। जिले में ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है। ओवरलोड वाहन संचालन करने वाले ऐसे लोग सरकारी खजाना को लाखों का राजस्व नुकसान पहुंचा रहा है। शहर में ऐसे ओवरलोड वाहनों का काफिला घंटों सड़क पर फर्राटे भरकर संबंधित अधिकारी को मुंह चिढ़ाते रहते हैं, लेकिन अधिकारी कार्रवाई के बजाय चैन की नींद सोई रहती है। हालात ऐसे दिखते हैं कि मानो ऐसे ओवरलोड वाहन संचालन करने वाले को अधिकारी की ओर से छूट दी जा रखी है। ओवरलोड का यह खेल रेलवे रैक प्वाइंट से एफसीआई गोदाम के बीच लगातार चल रहा है। ऐसे ट्रैक्टरों का ना कोई कांटा होता है ना क्षमता का पालन किया जाता है जितना तक हो सकता है ओवरलोड कर दिया जाता है।

रैक प्वाइंट पर अनाज का रैक लगते ही ठेका लेने वाले ठेकेदार इसे निश्चित ठिकाना एफसीआई गोदाम तक पहुंचाते हैं। अनाज को रैक प्वाइंट से गोदाम तक पहुंचाने में उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर पर क्षमता से अधिक अनाज लोड कर गोदाम तक भेजा जाता है। एक ट्रैक्टर पर क्षमता से इतनी अधिक भार रहता है कि रास्ते में ट्रैक्टर को देखकर किसी दुर्घटना को लेकर लोगों की जान सांसत में पड़ जाती है। अनियंत्रित ट्रैक्टर कब दुर्घटनाग्रस्त हो जाए ओर किसकी जान चली जाएं। पिछले तीन दिनों से रेलवे रैक प्वाइंट से ओवरलोड ट्रैक्टरों का काफिला निकलता है। यह ओवरलोड ट्रैक्टर एनएच के रेलवे सर्विस रोड होते हुए बस स्टैंड के सामने से ओवरब्रिज पार कर डेमार्केट जैसे सघन बाजार होते हुए लाइन मोहल्ला होकर पश्चिमपाली चौक से गुजरकर आगे गोदाम की ओर जाता है। ट्रैक्टर देखने से ही स्थिति ऐसी लगती है कि क्षमता से मानो दोगुना भार उस पर लोड कर दिया गया है। इस दौरान ट्रैक्टर भी अनियंत्रित होते रहता है। शहर में चलने वाले ऐसे सैंकड़ों ओवरलोड ट्रैक्टर के काफिला पर किसी पदाधिकारी की नजरें इनायत नहीं होती है ताकि कार्रवाई कर ओवरलोड पर लगाम लगाया जा सके।

देखकर भी पदाधिकारी करते हैं नजरअंदाज

शहर से घंटों गुजरने वाले ऐसे ओवरलोड अनाज लदे वाहन का काफिला पर रास्ते से आवाजाही करने वाले कई वरीय पदाधिकारी की नजरें जाती है लेकिन ऐसे पदाधिकारी भी नजरअंदाज कर आगे बढ़ते रहते हैं। अगर अनाज लदे ओवरलोड ट्रैक्टर के काफिला से आमने-सामने होने पर पदाधिकारी ऐसे ट्रैक्टर को रोककर संबंधित विभाग के पदाधिकारी को सूचना देकर कार्रवाई करें तो प्रशासनिक कार्रवाई का एक सुखद संदेश लोगों के बीच पहुंचेगा। हालांकि लोगों का कहना है कि सब मैनेज रहता है किसी भी अधिकारी को क्या मतलब है। जब संबंधित पदाधिकारी ही इस ओर ध्यान नहीं देते तो अन्य पदाधिकारी क्यों मतलब रखें।

जाम की समस्या होती है उत्पन्न

रेलवे रैक प्वाइंट से ओवरलोड ट्रैक्टर के निकलने पर कई वाहन रास्ते में खराब होकर बंद हो जाते हैं। ऐसे वाहनों के खराबी के कारण शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या भी उत्पन्न होती है। लेकिन परिवहन विभाग, यातायात विभाग सहित पुलिस एवं प्रशासन के वरीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं और घंटों ओवरलोड का काफिला शहर से गुजरते रहता है जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बना रहता है।

कोट ऐसे ओवरलोड वाहन के संचालन की सूचना मिली है। ओवरलोड वाहनों को पकड़कर सख्त कार्रवाई के साथ जुर्माना वसूला जाएगा। किसी भी वाहन पर क्षमता से अधिक सामान लोड करना परिवहन नियम का उल्लंघन है। इसके लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। -रामाशंकर, जिला परिवहन पदाधिकारी

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