बिजली खर्च कम करने के लिए हाई स्कूलों में लगाए गए सोलर प्लेट

किशनगंज। हाई स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की जरूरत को देखते हुए सोलर प्लेट लगाए जा र

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 11:23 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 11:23 PM (IST)
बिजली खर्च कम करने के लिए हाई स्कूलों में लगाए गए सोलर प्लेट
बिजली खर्च कम करने के लिए हाई स्कूलों में लगाए गए सोलर प्लेट

किशनगंज। हाई स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की जरूरत को देखते हुए सोलर प्लेट लगाए जा रहे हैं। जिससे कि हाई स्कूलों को हमेशा बिजली आपूर्ति अनवरत रूप से होता रहे। साथ ही विद्युत विभाग द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले बिजली के खर्च में कमी भी आए। सरकार का प्रयास है कि हाई स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बिजली की कमी के कारण पढ़ाई बाधित नहीं हो। जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में 18 फरवरी को संपन्न हुए बैठक में सोलर प्लेट लगाने का निर्णय लिया गया।

वर्तमान समय में जिले के चयनित सात हाई स्कूलों में प्रयोग के तौर पर सोलर प्लेट लगाए गए हैं। इनमें हाई स्कूल टेढ़ागाछ टेढ़ागाछ प्रखंड, हाई स्कूल तुलसिया दिघलबैंक प्रखंड, आजादनगर हाई स्कूल छतरगाछ पोठिया प्रखंड, हाई स्कूल ठाकुरगंज ठाकुरगंज प्रखंड, विशनपुर हाई स्कूल कोचाधामन प्रखंड, रफत हाई स्कूल बहादुरगंज प्रखंड और बालिका उच्च विद्यालय नगर परिषद किशनगंज को शामिल किया गया है। सोलर प्लेट सिस्टम से बिजली आपूर्ति का सही-सही उपयोग होता रहा तो निकट भविष्य में अन्य हाई स्कूलों में भी सोलर प्लेट लगाए जाएंगे।

जिन हाई स्कूलों के छत पर सोलर प्लेट लगाए गए हैं। इस सोलर प्लेट से 10 किलोवाट तक के बिजली सप्लाई होंगे। इससे हाई स्कूलों में लगे पंखे, एलईडी टीवी, बल्व और कंप्यूटर सहित सभी उपकरण सुगतमापूर्वक चलते रहेंगे। सरकार का प्रयास है कि बिजली विभाग के पावर हाउस द्वारा सप्लाई किए जाने वाले बिजली की खपत कम से कम हो। कोट जिले के चयनित सात हाई स्कूलों के छत पर ब्रेडा द्वारा सोलर प्लेट लगाए गए हैं। इस सोलर प्लेट लगाने का उद्देश्य हाई स्कूलों को जरूरत के अनुसार बिजली उपलब्ध करवाना है। जिससे कि स्कूलों में नामांकित बच्चे सुविधाजनक रूप से उन्न्यन क्लास में शामिल होकर समयानुसार पाठ्यक्रम की पढ़ाई पूरी कर सके। हाई स्कूलों के छत पर सोलर प्लेट लगाकर बिजली आपूर्ति का प्रयोग सफल रहा तो अन्य हाई स्कूलों में भी सोलर प्लेट लगाए जा सकते हैं। - सुभाष कुमार गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी

हाई स्कूलों में सोलर प्लेट लगाकर बिजली आपूर्ति किए जाएंगे। इस सोलर प्लेट से 10 किलोवाट बिजली की सप्लाई होंगे। संभवत: प्रतिदिन 40 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा। इन स्कूलों में बिजली की खपत के बाद जितनी बिजली यूनिट बच जाएंगे। इन बचे हुए बिजली यूनिट को स्कूल बेच भी सकेंगे। इसके लिए सोलर प्लेट के साथ नेट मीटर लगाया गया है। इस नेट मीटर के द्वारा शेष बचे हुए बिजली ग्रिड को स्वयं ट्रांसफर हो जाएगा। इस बिजली यूनिट की जो कीमत होगी। इसे स्कूल के आने वाले बिजली बिल में घटा दिया जाएगा। इससे स्कूल का बिजली बिल लगभग शून्य हो सकते हैं। -- सफदर ईमाम, जूनियर इंजीनियर, ब्रेडा

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