धान की रोपनी के बाद बढ़ी यूरिया की मांग, सरकारी स्तर से आपूर्ति हुई कम

किशनगंज। जिले में धान की खेती लगभग 83 हजार हेक्टेयर में की जाती है। अब तक 85 फीसद से अधिक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 12:58 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 12:58 AM (IST)
धान की रोपनी के बाद बढ़ी यूरिया की मांग, सरकारी स्तर से आपूर्ति हुई कम
धान की रोपनी के बाद बढ़ी यूरिया की मांग, सरकारी स्तर से आपूर्ति हुई कम

किशनगंज। जिले में धान की खेती लगभग 83 हजार हेक्टेयर में की जाती है। अब तक 85 फीसद से अधिक धान रोपनी का लक्ष्य पूरा हो गया है। शेष बचे 15 फीसद लक्ष्य भी अगस्त माह में पूरा कर लिए जाएंगे। धान रोपनी में लगे किसानों को यूरिया खाद की जरूरत होती है। जिससे कि धान के पौधे तेजी से बढ़े और उनमें अधिक धान के कल्ले निकल सके। लेकिन जिला के किसानों के मांग की तुलना में यूरिया की आपूर्ति नहीं होने से किसानों की परेशानी बढ़ी हुई है।

जिला को विभाग द्वारा जुलाई माह में विभिन्न कंपनियों द्वारा 1,350 एमटी यूरिया उपलब्ध करवाए जाने थे। लेकिन 26 जुलाई तक उर्वरक का कोई रैक नहीं लगा। 27 और 28 जुलाई को पूर्णिया और रानीगंज में जो उर्वरक का रैक लगा। इस रैक में जिला को 608.61 एमटी उर्वरक प्राप्त हुआ। किसानों के जरूरत को देखते हुए 608.61 एमटी उर्वरक प्रखंडवार आवंटन करने के लिए थोक विक्रेताओं को विभाग की ओर से पत्र दे दिया गया है। इसके अंतर्गत किशनगंज प्रखंड को 27 एमटी, कोचाधामन प्रखंड को 65.25 एमटी, बहादुरगंज प्रखंड को 85.25 एमटी, दिघलबैंक प्रखंड को 129.25 एमटी, ठाकुरगंज प्रखंड को 125.03 एमटी, पोठिया प्रखंड को 75.33 एमटी और टेढ़ागछ प्रखंड को 101.50 एमटी उर्वरक उपलब्ध करवा दिए गए हैं। किसानों को एक दो-तीन दिनों में उनके जरूरत के अनुरूप उर्वरक उपलब्ध कराने का लगातार विभाग के ओर से प्रयास जारी है। जुलाई माह में इफ्को के पास 486.72 एमटी यूरिया उपलब्ध है। इनमें से 36.72 एमटी यूरिया को सुरक्षित रखते हुए 450 एमटी यूरिया का आवंटन भी प्रखंड के पैक्सों को कर दिया गया है। इसके अंतर्गत किशनगंज प्रखंड को 45 एमटी, कोचाधामन प्रखंड को 67.50 एमटी, बहादुरगंज को 45 एमटी, दिघलबैंक प्रखंड को 90 एमटी, ठाकुरगंज प्रखंड को 90 एमटी, पोठिया प्रखंड को 22.50 एमटी और टेढ़ागाछ प्रखंड को 90 एमटी यूरिया का आवंटन करवा दिया गया है।

कोट के लिए

-------- थोक उर्वरक विक्रेताओं को रैक प्वाइंट से उर्वरक उपलब्ध हो गए हैं। सभी थोक उर्वरक विक्रेता सभी प्रखंड के खुदरा उर्वरक विक्रेताओं को यूरिया उपलब्ध करवाएंगे। लेकिन शर्त यह रखी गई है कि जिस खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के स्टाक में 10 एमटी से कम यूरिया बचे होंगे। उन्हीं विक्रेताओं को यूरिया दिया जाएगा। जांच के क्रम में अनियमितता पाए जाने के कारण दो खाद विक्रेताओं पर एफआइआर भी दर्ज कराए गए हैं। इनमें टेढ़ागाछ प्रखंड के मटियारी स्थित सूर्या फर्टिलाइजर पेस्टीसाइट एंड सीड्स और गांगी हाट के हार्डवेयर दुकान में अवैध तरीके से गोदाम बनाकर शक्तिमान यूरिया बेचने के आरोप में यूरिया को जब्त करने के साथ एफआइआर किया गया। निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर यूरिया बिक्री की लिखित शिकायत प्रखंड के कृषि पदाधिकारी से करें। ऐसे खाद विक्रेताओं पर सख्त कार्रवाई किए जाएंगे। प्रवीण कुमार झा, जिला कृषि पदाधिकारी।

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