मार्जरी आसन करने से स्वस्थ और सुंदर बनता है शरीर
किशनगंज। मार्जरी एक सरल आसन है। इस आसन को सभी व्यक्ति सुगमतापूर्वक नियमित रूप से कर सकते ह
किशनगंज। मार्जरी एक सरल आसन है। इस आसन को सभी व्यक्ति सुगमतापूर्वक नियमित रूप से कर सकते हैं। इस आसन का नाम मार्जरी शब्द पर रखा गया है। इस आसन के माध्यम से व्यक्ति एक बिल्ली की तरह अपने पीठ में खिचाव लाता है। इस वजह से इस आसन को मार्जरी आसन के नाम से जाना जाता है। यह जानकारी शनिवार को योग शिक्षिका कविता साहा ने दी।
उन्होंने बताया कि मार्जरी आसन करने से व्यक्ति का शरीर स्वस्थ और सुंदर बनता है। जो व्यक्ति नियमित रुप से मार्जरी आसन करते हैं। उन्हें कई प्रकार के फायदे मिलते हैं। इस आसन को दो बार किया जाए तो रीढ़ की हड्डी और पेट का सौम्य मालिश स्वयं हो जाता है। पीठ और गर्दन में खिचाव लाने के साथ शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है। जो मरीज दमा बीमारी से ग्रसित होते हैं। वैसे मरीजों के लिए मार्जरी आसन इस बीमारी के इलाज में सहायक होता है। इसे अलावा पीठ दर्द के लिए भी एक चिकित्सकीय इलाज है। इस आसन को करने के लिए अपने घुटनों और हाथों के बल आ जाए। अब सांस छोड़ते हुए सिर को छाती की तरफ लाए और उपरी कमर को बाहर की तरफ गोल करने का प्रयास करें। इस मुद्रा से पीठ में खिचाव आता है। अब सांस लेते हुए सिर को उपर की ओर ले जाए और कमर को अंदर की तरफ गोल करने का प्रयास करें। इस मुद्रा से छाती में खिचाव आएगा। शुरुआत में इस आसन को तीन से लेकर चार मिनट तक करें और अभ्यास होने पर समय सीमा बढ़ा सकते हैं।