कोरोना काल में जीविका दीदियां तैयार कर रहीं सुरक्षा कवच
किशनगंज । सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत शातिर के हथकड़ी खोलकर फरार हो ज
किशनगंज। कोरोना संक्रमण से बचाव व लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए जिस प्रकार सरकार तत्पर है, ठीक उसी प्रकार जीविका दीदियां भी इस महामारी को मात देने के लिए सुरक्षा कवच तैयार करने में जुटी है। पोठिया प्रखंड मुख्यालय सहित छत्तरगाछ में जीविका दीदीयों का समूह मास्क बना रहीं हैं। जीविका के द्वारा दीदीयों को कच्चा माल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसे अपने घरों में ले जाकर दीदियां मास्क बना रही हैं और इस काम में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। बताते चलें कि वैश्विक महामारी कोरोना के दूसरे लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा 15 मई तक कंप्लीट लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन होने से पोठिया प्रखंड सहित जिला के लोगों की आर्थिक स्थिति पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। लेकिन जीविका के माध्यम से दीदियों को मास्क बनाने की जिम्मेदारी सौंपकर रोजगार देने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। मौके पर अमन जीविका महिला संकुल स्तरीय संघ के सचिव ने बताया कि प्रखंड में हम लोगों को 4.32 लाख मास्क बनाने का लक्ष्य दिया गया है। प्रतिदिन दीदियों द्वारा 10 हजार मास्क बनाया जा रहा है। एक मास्क बनाने पर मेहनताना 3.50 रुपये मिल रहा है। कटिग का प्रति हजार 180 रुपये, जबकि पैकिग का प्रति हजार तीन सौ रुपये दिया जा रहा है। उदगाड़ा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि जमशेद आलम ने बताया कि जीविका दीदियां मास्क बना रहीं हैं। इससे न सिर्फ रोजगार का सृजन हुआ है बल्कि आमलोगों के लिए सुरक्षा कवच भी तैयार हो रहा है। सरकार द्वारा प्रति मास्क 15 रुपये भुगतान किया जा रहा है। हालांकि गुणवत्ता थोड़ा बेहतर करने की जरूरत है। इस संबंध में जब जीविका बीपीएम रंजीत कुमार शर्मा ने बताया कि मास्क की गुणवत्ता काफी बेहतर है। मास्क में जि कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह शत प्रतिशत सूती है। मास्क डबल लेयर व थ्री प्लेट सहित तैयार रहा है। पोठिया व छत्तरगाछ में मास्क बनाने के लिए दो केंद्र चलाए जा रहे हैं। जिसमें लगभग 250 दीदियां काम कर रही हैं। 4.32 लाख मास्क बनाने का लक्ष्य दिया गया है। जिसमें से अब तक 50 हजार मास्क तैयार कर बीडीओ को सौंप दिया गया है। जिसका वितरण पंचायत सचिव एवं विकास मित्र के माध्यम से किया जा रहा है।