तुलसिया पंचायत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का है अभाव

किशनगंज। जिले के सूदूरवर्ती दिघलबैंक प्रखंड के दक्षिणी पूर्वी छोर पर तुलसिया ग्राम पंचायत है

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:37 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:37 PM (IST)
तुलसिया पंचायत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का है अभाव
तुलसिया पंचायत में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का है अभाव

किशनगंज। जिले के सूदूरवर्ती दिघलबैंक प्रखंड के दक्षिणी पूर्वी छोर पर तुलसिया ग्राम पंचायत है। लगभग 12 वर्ग किलोमीटर में फैली इस पंचायत की आबादी करीब 17 हजार है। 14 वार्डों वाले इस पंचायत में लगभग 9000 मतदाता हैं। साक्षरता दर 60 फीसद के आसपास बताया जा रहा है। 900 लोगों को वृद्धापेंशन की सुविधा मिल रही है। 70 फीसद से अधिक सड़कों का पक्कीकरण हो चुका है। तुलसिया पंचायत में पैक्स का एक राइस मिल, एक डाकघर, एक उप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित है। अब अररिया-गलगलिया रेल लाइन भी इस पंचायत से गुजरेगी।

यहां की मुख्य समस्या व‌र्ल्ड बैंक से बनने वाली सड़क है, जो पुराना मार्केट से गढ़ी बस्ती मिर्धनडांगी तक जाएगी। ग्रामीण बताते हैं कि तीन किलोमीटर लंबी इस सड़क का बार-बार टेंडर रद हो जाता है। इस सड़क के निर्माण नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। दुकानदारों के लिए एसजीएसवाइ स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत मार्केट में दुकान का निर्माण शुरू कराया गया था, जो अब तक अधूरा पड़ा है। इस वजह से स्थानीय दुकानदारों को काफी कठिनाई हो रही है ।

शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह पंचायत पिछड़ा हुआ माना जाता है। साक्षरता दर बढ़ाने के लिए एक दर्जन विद्यालयों के अलावा इतने ही आंगनबाड़ी केंद्र है। बावजूद शिक्षकों की कमी के कारण यहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करना बेमानी साबित हो रहा है। 58 बेड वाला अल्पसंख्यक छात्रावास का इस पंचायत में निर्माण कराया गया है। परंतु अब तक एक भी नामांकन नहीं हो पाया। जबकि यह छात्रावास का निर्माण सात वर्ष पूर्व हो चुका है। विद्यालय भवनों की खिड़कियां टूट कर बिखर हुई है। जिस विद्यालय में भवन हैं उनमें शिक्षकों की कमी के कारण बच्चे भी अब स्कूल जाने से कतराते हैं। उप स्वास्थ्य केंद्र का नहीं मिल रहा लाभ तुलसिया पुराना बाजार में एक उप स्वास्थ्य केंद्र है। यह सिर्फ टीकाकरण के समय ही खुलता है। इसके बाद यहां ताला लटका रहता है। जिस कारण ग्रामीणों को 7-8 किलोमीटर की दूरी तय कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टप्पू जाना पड़ता है। नहीं है पशु अस्पताल पंचायत में पशु अस्पताल नहीं है। पशुपालाकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण चिकित्सक के भरोसे पशुओं का इलाज कराने को विवश होते हैं।

और स्ट्रीट लाइटें लगाने की है जरूरत पंचायत में कुछेक जगहों पर स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं। बिजली रहने पर इसका लाभ ग्रामीणों को मिल पाता है। हालांकि पूरे पंचायत में स्ट्रीटें लगाने की जरूरत है। जिस इलाके में नहीं है वहां शाम होते ही अंधेरा कायम हो जाता है। पंचायत भवन का मिल रहा लाभ यहां पंचायत सरकार भवन का निर्माण वर्षाें पूर्व हो चुका है। वर्तमान में यहां पंचायत से जुड़ा हुआ सारा काम संचालित हो रहा है। लोगों को पंचायत स्तरीय कामकाज के लिए सहूलियत मिल रही है।

विद्यालयों में शिक्षकों की है कमी पठन-पाठन की व्यवस्था सही नहीं है। पंचायत में चार मध्य विद्यालय, छह प्राथमिक विद्यालय, दो उच्च विद्यालय और दो प्रोजेक्ट विद्यालय स्थापित है। स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाने का मलाल अभिभावकों को है। शिक्षकों की कमी की वजह से बच्चों के पठन-पाठन के असर पड़ रहा है। साफ-सफाई की है व्यवस्था साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक है। गांवों में जगह-जगह डस्टबिन लगाए गए हैं। हालांकि नियमित सफाई नहीं होने से डस्टबिन में कूड़ा पसरा रहता है। स्वच्छता को लेकर लगातार जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसका सकारात्मक परिणाम भी दिख रहा है।

ग्रामीणों की राय पंचायत में सारी सुख-सुविधाएं उपलब्ध हो। इसके लिए मुखिया रिजवान अहमद द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है। पंचायत में सभी वार्डों में विकास के कार्य किए गए हैं। साफ-सफाई की स्थिति भी ठीक ठाक है। शौचालय निर्माण व शुद्ध पेयजल को लेकर भी काम किया गया है। पंचायत वासियों की समस्याओं के समाधान के लिए मुखिया द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जो सराहनीय कदम है। - मिटू प्रसाद गणेश गांव में विकास का काम हुआ है। सड़क और पुल-पुलिया बनने से लोगों के आवागमन में काफी सुविधाएं हुई है। हर घर में नल का जल पहुंचाने का काम चल रहा है। नल लग गया है, लेकिन जल नहीं आ पाया है। हर घर तक पीसीसी सड़क भी बनाया गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर करने की जरूरत है।

- हबीबुर्रहमान विगत पांच साल में पंचायत के हर वार्ड में विकास का काम कराया गया है। डस्टबिन व शौचालय आदि का लाभ वार्ड वासियों को मिल रहा है। नल जल योजना व सड़क के पक्कीकरण होने से सुविधाएं बेहतर हुई है। गांव में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, इसके लिए प्रयास किया जाना चाहिए। - शमशुल हुदा पंचायत में विगत पांच वर्षाें में सबसे ज्यादा हमारे वार्ड में काम कराया गया है। बरसात के दिनों में जिस गली नंगे पांव नहीं जा पाते थे, आज उस गली में पक्की सड़क बन चुका है। अब हमालोग बरसात हो या सुखाड़, किसी भी समय गाड़ी लेकर गांव जा पाते हैं। शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा के लिए काम करना बाकी है। - कालीचरण गणेश

मुखिया का दावा

मुखिया रिजवान अहमद बताते हैं कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जीतने के बाद से ही मैं हमेशा अपनी जनता की सेवा में जुटा हूं। पंचायत में लगभग 387 लोगों को आवास योजना का लाभ दिलाया गया और 535 लोगों का जियो टैगिग भी कराया जा चुका है। हर क्षेत्र में पटवन के लिए बिजली का कनेक्शन भी करवाया गया है। आने वाले समय में जो हमारा कार्य अधूरा पड़ा है, उसे पूर्ण कर कर आदर्श पंचायत के रूप में स्थापित करना हमारी प्राथमिकता है। पंचम वित्त योजना से कोरोना काल में प्रत्येक परिवार को मास्क व सैनिटाइजर अलावा क्वारंटाइन सेंटर में बैरिकेडिग कराया गया। चौदहवीं वित्त योजना से पंचायत क्षेत्र में जगह-जगह डस्टबिन लगाए हैं। मनरेगा योजना से भी विद्यालय की चारदीवारी निर्माण व पक्कीकरण, तालाब खोदाई और उसका सुंदरीकरण एवं सड़कों पर मिट्टी भराई व पौधारोपण भी कराया गया है।

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