लोग भ्रमित नहीं हो, एनपीआर जनहित में : सुन्नी वक्फ बोर्ड
किशनगंज। लोगों के दिमाग में भ्रम चल रहा है कि एनआरसी का पहला चरण एनपीआर है। शनिवार
किशनगंज। लोगों के दिमाग में भ्रम चल रहा है कि एनआरसी का पहला चरण एनपीआर है। शनिवार को खगड़ा स्थित अतिथि भवन में संवाददाता सम्मेलन कर सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष इरशाद उल्लाह खां ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनहित के लिए काम करते हैं। बिहार में एनपीआर को बिना समझे बिना स्वीकृति नहीं देंगे। नीतीश कुमार समाज की सेवा के लिए पैदा हुए और समाज के लिए काम करते रहेंगे। एनपीआर जनहित के लिए है, चाहे मुस्लिम हों या हिन्दु या दलित अथवा सिख इसाई। जनहित के लिए होगा तभी मुख्यमंत्री इसे बिहार में स्वीकृति देंगे।
उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान को लेकर आज बनाए जा रहे मानव श्रृंखला में राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठ कर भागे लें। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। यह जनहित के लिए संदेश है कि जिस तरह से पर्यवारण में परिवर्तन हो रहा और देश-दुनिया में जिस तरह से प्रदूषण फैल रहा है। हम पर्यावरण के बदलते परिवर्तन को कैसे कम करें। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार देश के पहले मुख्यमंत्री होंगे, जिन्होंने प्रत्येक जिले में वक्फ बोर्ड की जमीन पर 55 करोड़ की लागत से आवासीय स्कूल बनाया जाएगा। 10 करोड़ की लागत से सामुदायिक भवन बनाएगी। इस भवन में मैरिज हॉल, लाइब्रेरी, कांफ्रेंस हॉल आदि की सुविधा होगी। इस दौरान विधान पार्षद खालिद अनवर, जदयू जिलाध्यक्ष बुलंद अख्तर हासमी व अन्य मौजूद थे।