चौपाल लगाकर ग्रामीण करते चुनावी चर्चा और गांव के हित की बात
संवाद सूत्र पहाड़कट्टा (किशनगंज) पोठिया प्रखंड क्षेत्र में जैसे-जैसे पंचायत चुनाव के लिए मतदान
संवाद सूत्र, पहाड़कट्टा (किशनगंज) : पोठिया प्रखंड क्षेत्र में जैसे-जैसे पंचायत चुनाव के लिए मतदान की तिथि नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे गांव की चौपाल तथा चाय-नाश्तों की दुकानों पर चुनावी चर्चा के साथ-साथ प्रत्याशियों की जीत-हार की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। गुरुवार को चुनावी माहौल का पता करने के लिए जब कई गांव में जाकर मतदाताओं से बातचीत की गई, तो इस दौरान गांव की चौपाल में ग्रामीण गांव की एक-एक समस्या पर चर्चा करते देखे गए। ग्रामीणों का कहना है कि जो हमारे गांव की समस्यायों की बात करेगा, पंचायत की चहुंमुखी विकास करने का वादा करेगा, उसी को हम अपना वोट देंगे।
ग्रामीण अपना नुमाइंदा कैसा चुन रहे हैं, इस पर ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि हमारे गांव का जो करेगा विकास, हमारे दुख-सुख में जो देगा साथ, उसी को हम अपना मत देंगे दान। इसके साथ ही उपस्थित ग्रामीणों ने गांव के समस्याओं को भी गिनवाना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि एक साल पहले गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत गांव में घर-घर नल का जल पहुंचाने के उद्देश्य से पहले बोरिग की गई, फिर पाइप बिछाकर पानी टंकी का भी निर्माण किया गया, लेकिन आज तक गांव में पानी की सप्लाई शुरू नहीं हुई है। गांववाले आज भी आयरन युक्त पानी पीने को विवश हैं। सरकार द्वारा करोड़ों लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद ग्रामीण उक्त योजना के लाभ से वंचित है। यही नहीं पंचायत में सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं का भी यही हाल है। बताते चलें कि पोठिया प्रखंड क्षेत्र कुल 22 पंचायत हैं। इनमें तीन जिला परिषद सदस्य, 22 मुखिया पद, 22 ग्राम कचहरी सरपंच पद, 30 पंचायत समिति सदस्य, 305 वार्ड सदस्य तथा 305 ग्राम कचहरी पंच सदस्य के लिए आगामी 29 नवंबर को मतदान होना है। इसके लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया प्रखंड कार्यालय में शनिवार से चल रही है। वहीं, पंचायत चुनाव को लेकर गांव-मोहल्लों में चुनावी चर्चा तेज है। सभी पद के निवर्तमान तथा संभावित प्रत्याशी भी सुबह-शाम गांव का दौरा कर मतदाताओं को अपने पाले में करने की कोशिश में जुटे हुए हैं, लेकिन ग्रामीणों द्वारा सभी प्रत्याशियों की नब्ज को टटोल रहे हैं। वही, जब शाम को ग्रामीण अपने खेती-बाड़ी की कामों को निपटाकर गांव-चौपाल में एकत्रित होते हैं तो सभी पदों के संभावित प्रत्याशियों को एक-दूसरे के साथ तुलना भी करते हैं। सुयोग्य एवं ईमानदार प्रत्याशी के बारे में चर्चा भी करते हैं। वहीं, गांव के चौपाल में जिला परिषद सदस्य, मुखिया, ग्राम कचहरी सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य तथा ग्राम कचहरी पंच सदस्य के पदों के लिए चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों को मिलने वाले वोटों का गणित भी लगाते हैं।