चुनाव की घोषणा होते ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू : डीएम
संवाद सहयोगी किशनगंज विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लाग
संवाद सहयोगी, किशनगंज : विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। जिला अंतर्गत चारों विधानसभा क्षेत्र के लिए 13 अक्टूबर से नामांकन शुरू होगा। नामांकन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर व संवीक्षा 21 अक्टूबर को की जाएगी। प्रत्याशियों के नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर व मतदान सात नवंबर और मतगणना 10 नवंबर को होगी। निर्वाचन प्रक्रिया पूरी कर लिए जाने की तिथि 12 नवंबर होगी।
इसे लेकर पूरे जिले में भर में धारा 144 लागू कर दी गई है। जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश ने समाहरणाय सभागार में प्रेसवार्ता कर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के सफल संचालन व सूचनाओं के आदान-प्रदान और शिकायतों के त्वरित निष्पादन के लिए जिला संपर्क केंद्र स्थापित किए गए हैं। इस संपर्क केंद्र का टॉल फ्री नंबर- 1950 है।
संपूर्ण जिले में आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ धारा- 144 भी लागू कर दी गई है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए तीन-तीन उड़न दस्ता का गठन किया गया है। बाहरी जिले की सीमा पर चेकपोस्ट बनाकर स्थैतिक निगरानी दल एसएसटी का गठन कर दिया गया है। प्रखंडों में बीडीओ व सीओ के नेतृत्व में आदर्श आचार संहिता का पालन कराया जाएगा। जबकि जिला स्तर पर इसके लिए विशेष कोषांग का गठन किया गया है। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए मतदान केंद्र पर सैनिटाइजर और मास्क मतदाताओं के लिए उपलब्ध रहेंगे। मतदान केंद्र पर तीन मतदान करने के लिए पहुंचने वाले लोगों के तीन कतार लगाए जाएंगे। पहली कतार में पुरुष, दूसरे में महिला व तीसरे में अन्य मतदाता लगेंगे। थर्मल स्क्रीनिग की जांच कर मतदान करने के लिए जाने दिया जाएगा। जिन वोटरों के शरीर का तापमान मानक से अधिक होगा। उन्हें टोकन देकर छायादार स्थान पर बिठाए जाएंगे। एसडीएम कार्यालय में सिगल विडों का निर्माण कराया गया है।
एसपी कुमार आशीष ने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए नेपाल व बंगाल सीमा समन्वय बैठक हो गई है, जिससे कि चुनाव के दिन कोई भी आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति का प्रवेश जिला में नहीं हो सके। सेंट्रल पारा मिलिट्री फोर्स की मांग की गई है। 2064 के विरूद्ध धारा 107 की कार्रवाई की गई है। इस दौरान मुख्य रुप से एडीएम ब्रजेश कुमार, एसडीएम शाहनवाज अहमद नियाजी व मंजूर आलम सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।