महेशबथना स्वास्थ्य केंद्र में एचआइवी जागरूकता शिविर
जिले में एचआइवी नियंत्रण के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया जा सके।
संवाद सहयोगी, किशनगंज : जिले में एचआइवी नियंत्रण के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को एड्स के प्रति जागरूक किया जा सके। एचआइवी एड्स एक लाइलाज बीमारी है। लेकिन थोड़ी-सी सावधानी व संयम से इस बीमारी से बचा जा सकता है। समय के साथ लोगों में एचआइवी के प्रति जागरूकता आई है। यह बातें सोमवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. केके कश्यप ने महेशबथना स्वास्थ्य केंद्र में ईएमटीसीटी जागरूकता शिविर का उद्घाटन करने के बाद कही।
उन्होंने कहा कि एड्स बीमारी की चपेट में ज्यादा युवा से लेकर 45 साल के लोग ज्यादा हैं। गर्भवती महिलाओं का एचआइवी परामर्श व जांच, एचआइवी संक्रमित महिलाओं का सुरक्षित प्रसव, ईआइडी सेवा यक्ष्मा मरीज, कालाजार मरीज, उच्च जोखिम पूर्ण समूह सहित अन्य जानकारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए टेउसा पंचायत भवन एवं महेशबथना स्वास्थ्य उपकेंद्र में विशेष इएमटीसीटी स्वास्थ्य शिविर लगाए गए। एचआइवी संक्रमण को रोकने के लिए सरकारी स्तर पर कई जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। संक्रमित महिलाओं से होने वाले बच्चों के संक्रमित होने की संभावना काफी अधिक होती है। थोड़ी-सी सावधानी रखते हुए इससे बचा जा सकता है। इसके लिए प्रथम तिमाही में सभी गर्भवती महिलाओं को एचआइवी व सिफलिस की जांच कराना चाहिए। एचआइवी संक्रमण से जुड़े लोगों को जरूरी परामर्श, संक्रमित महिलाओं के सुरक्षित प्रसव व ईआइडी जन्म से 18 माह तक के शिशुओं को दी जाने वाली सुविधाओं के प्रति समुदाय स्तर पर जागरूकता फैलाने का प्रयास करने के लिए कहा गया है। पहले एचआइवी संक्रमण के 20 से 25 फीसद मामले ब्लड ट्रांसमिशन के द्वारा फैलता था। लेकिन अब जागरूकता के बल पर इस पर काफी हद तक नियंत्रित किया जा चुका है।