नदियां उफान पर, अधीक्षण अभियंता ने लिया बांध-तटबंधों का सघन जायजा
खगड़िया। नदियों की आंखमिचौनी जारी है। कोसी बागमती बूढ़ी गंडक और गंगा उफान पर है। कोसी बागमती लगातार कई दिनों से खतरे के निशान से ऊपर है जबकि बूढ़ी गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है।
खगड़िया। नदियों की आंखमिचौनी जारी है। कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और गंगा उफान पर है। कोसी, बागमती लगातार कई दिनों से खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि बूढ़ी गंडक के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। बुधवार को खगड़िया रेलवे ब्रिज के पास बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी, लेकिन स्थिर थी, जबकि खगड़िया अघोरी स्थान के पास खतरे के निशान से नीचे है, मगर अघोरी स्थान के पास टेंडेंसी राइजिग बताई गई है। बूढ़ी गंडक खगड़िया अघोरी स्थान के पास खतरे के निशान से एक मीटर 48 सेमी नीचे है। वहीं खगड़िया रेलवे ब्रिज के पास खतरे के निशान से 36 सेमी ऊपर बह रही है।
खगड़िया के बलतारा में कोसी का बढ़ना जारी है। कोसी खतरे के निशान से एक मीटर आठ सेमी ऊपर है। बीते 24 घंटे के दौरान कोसी के जलस्तर में 11 सेमी की वृद्धि हुई है। कोसी की टेंडेंसी राइजिग बताई जा रही है।
बागमती भी खगड़िया के संतोष स्लूईस के पास खतरे के निशान से ऊपर है, परंतु स्थिर है। बागमती खतरे के निशान से एक मीटर 98 सेमी ऊपर है। गंगा भी बढ़ रही है, परंतु खतरे के निशान से एक मीटर 98 सेमी नीचे है।
इस बीच बुधवार को बाढ़ नियंत्रण अंचल खगड़िया के अधीक्षण अभियंता सत्यजीत ने तेलिहार जमींदार, चोढ़ली जमींदारी बांध समेत बीएन तटबंध का सघन निरीक्षण किया और मौजूद अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने बीएन तटबंध के मालपा, चौथम आदि स्थलों का जायजा लिया। इस मौके पर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो के एसडीओ राजेश कुमार और जेई मणिकांत पटेल भी मौजूद थे। कोट
नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। सभी बांध-तटबंध सुरक्षित हैं। बीएन तटबंध के बीरवास स्थल पर फ्लड फाइटिग कार्य कराया जा रहा है।
सत्यजीत, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण अंचल, खगड़िया।