सभी के प्रयास और योजनाबद्ध तरीके से खगड़िया भी बन सकता है इंदौर
सफाई कर्मचारियों का डिप्लायमेंट चार्ट सही से बने। उसमें सफाई कर्मचारी और स्थान को देखते हुए एक भी स्थान ना छूटे यह सुनिश्चित किया जाए।
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'हमारा शहर इंदौर क्यों नहीं' दैनिक जागरण का यह अभियान सराहनीय है। मुझे इंदौर में कार्य करने का सुअवसर मिला है। स्वच्छता रैंकिग में खगड़िया का खराब प्रदर्शन दुखी करता है। हम भी खगड़िया को साफ और सुंदर बना सकते हैं। जिसके लिए इन चीजों को महत्व देना होगा।
सफाई कर्मचारियों का डिप्लायमेंट चार्ट सही से बने। उसमें सफाई कर्मचारी और स्थान को देखते हुए एक भी स्थान ना छूटे, यह सुनिश्चित किया जाए।
बाजार क्षेत्र में दो से तीन बार झाड़ू लगे। रहबासी क्षेत्र में एक बार। डस्टबीन
का प्रयोग सिर्फ बाजार क्षेत्र में हो। रहबासी क्षेत्र में डोर टू डोर कूड़े-कचरे का कलेक्शन किया जाए। बाजार क्षेत्र में कचरे का कलेक्शन को लेकर कम से कम दो बार नगर परिषद की गाड़ियां जाए। बाजार क्षेत्र में लगे डस्टबीन को कम से कम दो बार खाली किया जाए। नगर परिषद के अधिकारी और कार्यरत एनजीओ की जिम्मेदारी तय की जाए।
सुबह छह बजे से चिन्हित स्थानों पर कर्मचारियों की उपस्थिति वाय- मैट्रिक्स से हो।
कचरा इधर- उधर फेंकने वाले को दंडित किया जाए।
और जो कचरा उत्पन्न हो रहा है, उसका सही से डिस्पोजल सही स्थानों पर हो ।
शहर में दो तरह के एरिया होते हैं। एक प्लांड और दूसरा अंप्लांड। खगड़िया में ज्यादातर एरिया अंप्लांड बसे हैं। इसलिए भविष्य में बसने बाले या जहां अभी नए- नए लोग बस रहे हैं, उसको प्लांड तरीके से बसाया जाए। जिसमें नाली, जलनिकासी, बिजली, सड़क, सीवर आदि का ध्यान रखकर घर बने।
अंप्लांड एरिया में भी सड़क और नाली सही किया जाए। जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों और आम नागरिकों को शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए आगे आना होगा। सिगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के लिए बर्तन बैंक की स्थापना करने की जरूरत है। कपड़े और कागज की थैली को प्रोत्साहित किया जाए।
संजय कुमार, रहीमपुर, खगड़िया।