संत ने अंधविश्वास के खिलाफ आवाज बुलंद की

खगड़िया । गोगरी रजिस्ट्री मोड़ के पास संत रविदास की 644 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 10:21 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:21 PM (IST)
संत ने अंधविश्वास के खिलाफ आवाज बुलंद की
संत ने अंधविश्वास के खिलाफ आवाज बुलंद की

खगड़िया । गोगरी रजिस्ट्री मोड़ के पास संत रविदास की 644 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर संत रविदास के तैल चित्र पर मौजूद लोगों ने माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए नरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि संत रविदास संतों के संत थे। वे संत शिरोमणि थे। वे एक अच्छे विचारक और महाकवि थे। संत रविदास ने अशिक्षा, अंधविश्वास के खिलाफ आवाज बुलंद की। इस मौके पर देश बचाओ अभियान के संस्थापक किरण देव यादव, विपिन दास, सुभाष जोशी, प्रियव्रत सिंह, नरेश यादव, मु. रिजवान, शंकर महंत, रविद्र, दिलीप आदि मौजूद थे। रविदास के जीवन से सीख लेने की जरूरत: रामवृक्ष

संवाद सूत्र, खगड़िया: खगड़िया राजद की ओर से संत शिरोमणि रविदास जयंती मनाई गई। इस मौके पर संत शिरोमणि रविदास के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए अलौली विधायक रामवृक्ष सदा ने कहा कि रविदास के जीवन से हमलोगों को सीख लेने की जरूरत है। उनके विचारों पर चलकर सामाजिक न्याय, सामाजिक सौहार्द की धारा को और मजबूत किया जा सकता है। राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष कुमार रंजन 'पप्पू' ने कहा कि आज के समय में संत रविदास के विचारों की प्रासंगिकता और बढ़ गई है। इस मौके पर युवा राजद के प्रदेश महासचिव संजय कुशवाहा, राजद नेता प्रकाश राम, यदुनंदन राम, ब्रह्मदेव राम ने भी अपने विचारों को सामने रखा। संत के बताए रास्ते पर चलकर समाज में मजबूती आएगी, समाज में फैली बुराइयों पर किया था प्रहार

संवाद सहयोगी, खगड़िया: नगर परिषद क्षेत्र के हाजीपुर मुहल्ला में संत रविदास की 644 वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस मौके पर मौजूद लोगों ने संत रविदास के तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महेंद्र शास्त्री ने कहा कि संत रविदास के बताए रास्ते पर चलकर समाज में मजबूती आएगी। पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रविशचंद्र उर्फ बंटा ने कहा कि संत रविदास महाकवि थे। उनके बताए रास्ते पर चलकर सामाजिक सौहार्द बढ़ेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नंदकिशोर प्रसाद और समाजसेवी शैलेंद्र राम ने कहा कि संत रविदास कर्म के पक्के थे। वे बचपन से ही पिता के साथ कारोबार में हाथ बंटाते थे और संत की तरह जीवन जीते थे। उन्होंने वंचित समाज को दिशा दिखाई। संत रविदास ने समाज में फैली बुराइयों पर प्रहार किया। इस मौके पर पांडव कुमार, वासुदेव राम, घुरन राम, अशोक राम, रतन राम, पंकज, मनीष, बादल, आलोक, कृष्णा, सुशील आदि मौजूद थे।

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