संकुल समन्वयकों को दी महापरीक्षा की जानकारी

खगड़िया । प्रखंड कार्यालय अंतर्गत बीआरसी कार्यालय में शुक्रवार को संकुल समन्वयकों की बैठक आ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 11:37 PM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 11:37 PM (IST)
संकुल समन्वयकों को दी महापरीक्षा की जानकारी
संकुल समन्वयकों को दी महापरीक्षा की जानकारी

खगड़िया । प्रखंड कार्यालय अंतर्गत बीआरसी कार्यालय में शुक्रवार को संकुल समन्वयकों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें 14 मार्च को होने वाली नवसाक्षरों की महापरीक्षा को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई। अध्यक्षता केआरपी सरोज राय ने की। केआरपी ने बताया कि अक्षर आंचल योजना के तहत नवसाक्षर महिलाओं की महापरीक्षा 14 को है। इस महापरीक्षा में 48 सौ नवसाक्षर महिलाएं परीक्षा देंगी। परीक्षा संकुल स्तर पर संचालित केंद्र वाले विद्यालय में आयोजित होगी। वहां के प्रधानाध्यापक परीक्षा आयोजित कराएंगे। उन्होंने समन्वयकों को परीक्षा को लेकर सभी शिक्षा सेवक व शिक्षकों को अवगत कराने की बात कही तथा परीक्षा में कोरोना नियम का पालन भी सरकारी निर्देश के अनुसार कराए जाने की जानकारी दी। इस मौके पर विवेक कुमार, कमल किशोर कुमार, मुरारी कुमार आदि उपस्थित थे। मनुष्य को भुगतना पड़ता है कर्म का फल: चतुराननंद महाराज

खगड़िया । सभी के जीवन में सुख दुख आता रहता है। दुख से आज तक कोई नहीं बचा है। हर मनुष्य को अपने कर्मों का फल भुगतना ही पड़ता है।

उक्त बातें महिनाथ नगर में आयोजित संतमत सत्संग में प्रधानाचार्य स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने उपस्थित सत्संगियो को अपने प्रवचन में कही। सत्संग में आचार्य स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने कहा जिसका जैसा कर्म होता है वह उसी के अनुसार फल पाता है। अच्छा कर्म पर स्वर्ग मिलता है लेकिन किए गए कर्म जब समाप्त हो जाते है तो स्वर्ग से भी लोगों को 84 लाख की योनियों में भटकना पड़ता है। उन्होंने कहा जीवन मरण के चक्र से सदा के लिए छुटकारा पाने के लिए सत्संग ही एकमात्र उपाय है। सत्संग सुनने और उसी के अनुसार आचरण करने से मोक्ष मिल सकती है। सत्संग में आचार्य के प्रवचन के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। इस मौके पर अजीत बाबा, सेवानिवृत्त शिक्षक विद्यानंद सिंह, हीरा मुखिया, सुजीत सिंह, सुरेश मंडल, योगेश कुमार आदि मौजूद थे।

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