कच्ची पथ ग्रामीणों के लिए बना है जी का जंजाल

खगड़िया । बेलदौर के महिनाथ नगर से भोलादास बासा तक लगभग दो किलोमीटर लंबी इस सड़क पर आज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 31 Aug 2021 08:29 PM (IST) Updated:Tue, 31 Aug 2021 08:29 PM (IST)
कच्ची पथ ग्रामीणों के लिए बना है जी का जंजाल
कच्ची पथ ग्रामीणों के लिए बना है जी का जंजाल

खगड़िया । बेलदौर के महिनाथ नगर से भोलादास बासा तक लगभग दो किलोमीटर लंबी इस सड़क पर आज चलना नाको चने चबाने के समान है। समय पर सड़क निर्माण कार्य पूर्ण नहीं होने के कारण सड़क की दयनीय स्थिति बनी है। सड़क पर कीचड़ के साथ घुटना भर जल जमाव है। संवेदक की लापरवाही का खामियाजा पोषक क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इस सड़क का निर्माण कार्य जनवरी में पूर्ण होना था। जो अब तक नहीं हुई। जिस कारण स्थानीय हजारों की आबादी को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। गत वर्ष जनवरी में हुआ था शिलान्यास

जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अंतर्गत ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल गोगरी के देखरेख में महिनाथ नगर से भोलादास बासा तक लगभग दो किलोमीटर लंबी पथ का निर्माण एक करोड़ 94 लाख की लागत से किया जाना है। संवेदक श्याम कुमार चौधरी ताजपुर है। पथ निर्माण का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चार जनवरी 2020 को किया था। उक्त पथ का निर्माण कार्य पूर्ण करने की तिथि जनवरी 2021 है। जो अब तक पूर्ण नहीं हुआ है। वर्तमान स्थिति

संवेदक द्वारा उक्त पथ पर मिट्टी भराई के नाम पर खानापूर्ति कर पथ को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है। बारिश से पथ झील में तब्दील है। मिट्टी भराई के कारण कीचड़ होने के साथ जल जमाव है। क्या कहते हैं ग्रामीण

स्थानीय ग्रामीण गोपी शर्मा, दिनेश शर्मा, रणजीत शर्मा के मुताबिक उक्त पथ पर करीब एक दशक पूर्व जिला परिषद योजना से मिट्टी भराई व ईट सोलिग करवाया गया था। जो जर्जर होकर बेकार हो गया। काफी मांग के बाद सड़क निर्माण कार्य का बीते साल शिलान्यास बाद कार्य आरंभ हुआ जो अब तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ, केवल मिट्टी भराई कर छोड़ देने से स्थिति और भीषण हो गई है।

कोट

निर्धारित समयावधि में पथ निर्माण पूरा नहीं करने को लेकर संवेदक पर कार्रवाइ की गई है। उसे निर्माण कार्य पूरा करने की सख्त हिदायत दी गई है। संवेदक जब तक उक्त सड़क का कार्य पूर्ण नहीं कर देता है तब तक संबंधित संवेदक किसी भी निविदा में भाग नहीं ले सकेगा।

साकेत रंजन, जेई, ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल गोगरी

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