सड़क की जर्जरता व दोषपूर्ण बनावट भी दुर्घटना का कारण
खगड़िया। सड़कों पर रोज किसी न किसी कारण से दुर्घटना घटती है। लोगों की मौत के साथ
खगड़िया। सड़कों पर रोज किसी न किसी कारण से दुर्घटना घटती है। लोगों की मौत के साथ वे अपंगता के शिकार होते हैं। एक तरफ जहां असुरिक्षत वाहन परिचालन दुर्घटना का कारण बनती है, तो दूसरी ओर सड़कों की जर्जरता व दोषपूर्ण सड़क भी दुर्घटना का कारण है।
जिले में भागलपुर जिला सीमा सतीश नगर से बेगूसराय सीमा दुर्गापुर तक लंबी दूरी में एनएच 31 गुजरी है। जिस पर वाहनों का परिचालन काफी संख्या में होता है। जिले के चार प्रखंडों के लोगों का जिला मुख्यालय तक आना- जाना एनएच के माध्यम से होता है। एक तरफ एनएच की जर्जरता के कारण दुर्घटना घटित होती है, तो वहीं कई जगहों सड़क पर दोष होने के कारण दुर्घटना होती है। जिसमें ठाठा के पास सर्वाधिक दुर्घटना होती है। इसके अलावा पांच किलोमीटर, रोहरी- बन्नी, मानसी- एकनिया के पास अधिक दुर्घटना घटती है। यहां लोग सड़क का दोषपूर्ण होना दुर्घटना का कारण बताते हैं। क्या है दुघटना के कारण एनएच 31 वर्षों पूर्व बना है। उसके बाद से केवल इसकी हल्की- फुल्की मरम्मत होती है। ठाठा के पास सड़क पर तेज व लंबा टर्निंग है। टर्निंग के पास सड़क की डिजाइन एक तरफ झुकी है। जो दुर्घटना का कारण बनती है। यह स्थिति अन्य जगहों पर भी है। महेशखूट- अगुवानी पथ पर कौआकोल मोड़ के पास यह स्थिति है। सड़क निर्माण में यातायात सुरक्षा नियम की भी अनदेखी सड़क निर्माण में यातायात सुरक्षा की भी अनदेखी होती है। विभागीय स्तर पर सड़क निर्माण के साथ सुरक्षा को लेकर रिफलेक्टर स्टीकर से लिखे गए सूचना बोर्ड जगह- जगह लगाया जाना है। सड़क पर डिवाइडर साइड पट्टी पर भी रिफलेक्टर लाइट की व्यवस्था करनी है। परंतु, सड़क निर्माण में इसकी अनदेखी की जाती है। अन्य सड़कों की कौन कहे एनएच 31 पर न तो सभी जगह रिफलेक्टर लाइट की व्यवस्था है और न ही सूचना बोर्ड ही लगाए गए हैं।