सर्विस रोड बना धान सुखाने का सुरक्षित स्थान
खगड़िया। महेशखूंट एनएच-31 आसाम रोड चौराहे के निकट सुरक्षित यातायात को लेकर बनाया गया सर्विस रोड इन दिनों धान सुखाने, गिट्टी- बालू जमा करने, ट्रक पार्किंग करने आदि के लिए सेफ जोन बन गया है। इस पार्किंग रोड का कोई उपयोग नहीं होता है। सभी तरह के वाहन मेन रोड से निकलते हैं, जिससे अब तक कई दुर्घटनाएं घट चुकी हैं। बताते चलें कि धान सुखाने, गिट्टी, बालू जमा करने, ट्रक पार्किंग करने वाला नजारा परिवहन पदाधिकारी से लेकर सभी बड़े अधिकारी प्रतिदिन देखते हैं, मगर कार्रवाई सिफर है।
खगड़िया। महेशखूंट एनएच-31 आसाम रोड चौराहे के निकट सुरक्षित यातायात को लेकर बनाया गया सर्विस रोड इन दिनों धान सुखाने, गिट्टी- बालू जमा करने, ट्रक पार्किंग करने आदि के लिए सेफ जोन बन गया है। इस पार्किंग रोड का कोई उपयोग नहीं होता है। सभी तरह के वाहन मेन रोड से निकलते हैं, जिससे अब तक कई दुर्घटनाएं घट चुकी हैं। बताते चलें कि धान सुखाने, गिट्टी, बालू जमा करने, ट्रक पार्किंग करने वाला नजारा परिवहन पदाधिकारी से लेकर सभी बड़े अधिकारी प्रतिदिन देखते हैं, मगर कार्रवाई सिफर है।
क्या है सर्विस रोड
एनएचएआई द्वारा एनएच- 31 का चौड़ीकरण किया गया तो चौराहे की व्यस्ता का आकलन करते हुए दोनों ओर लगभग एक किलोमीटर दूर से ही मेन रोड को घेर कर बगल से सर्विस रोड बनाया गया। ताकि दूरगामी वाहन मेन रोड से व लोकल वाहन सर्विस रोड से आवाजाही करें। जिससे यातायात सुरक्षित, सुलभ व निर्वाध हो, साथ ही दुर्घटनाओं पर भी रोक लगे। सर्विस रोड के निर्माण में इस बात का ख्याल रखा गया कि रोड पर बरसात में जलजमाव नहीं हो, इसके लिए मेन रोड व सर्विस रोड के बीच जल निकासी के लिए नाला बनाया गया। नाला स्थानीय लोगों के लिए कचरा डंप करने का स्थान बन गया। सर्विस रोड
पर सारा दिन भारी वाहन खड़े किए जाते हैं। जिससे सर्विस रोड होकर पैदल भी पार नहीं किया जा सकता है। पैदल चलने के लिए भी मेन रोड का ही सहारा लेना पड़ता है। सर्विस रोड पर कई लोग गिट्टी- बालू आदि रख कर अपनी दुकाने चला रहे हैं। धान के मौसम में रोड पर धान सुखाया जा रही है। लोगों ने इस ओर परिवहन पदाधिकारी का ध्यान आकर्षित किया है।
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