खगड़िया से परबत्ता तक किसान काउंसिल ने किया प्रदर्शन
खगड़िया। बिहार राज्य किसान सभा के राज्यव्यापी आह्वान पर शुक्रवार को खगड़िया जिला किसान कौ
खगड़िया। बिहार राज्य किसान सभा के राज्यव्यापी आह्वान पर शुक्रवार को खगड़िया जिला किसान कौंसिल के बैनर तले खगड़िया, अलौली, बेलदौर, गोगरी और परबत्ता में प्रदर्शन किया गया व धरना दिया गया। इस मौके पर केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारे लगाए गए।
माकपा नेताओं ने कहा कि किसानों की समस्याओं का अगर समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तीव्र किया जाएगा। खगड़िया में सभा को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान किसानों की कमर टूट गई है। लेकिन सरकार केवल आश्वासन का घूंट पीला रही है। जनप्रतिनिधि भी उदासीन हैं। उन्होंने कहा कि मक्का उत्पादन में खगड़िया का स्थान देश के मानचित्र पर है, लेकिन किसानों को फसल की उचित कीमत नहीं मिल रही है।किसान मक्का को व्यापारी के हाथों औने- पौने भाव में बेचने को विवश हैं। ग्यारह सौ रुपये क्विटल मक्का किसान बेच रहे हैं। किसान नेता ने कहा कि सरकार के द्वारा मक्का खरीद का समर्थन मूल्य 1760 रुपये प्रति क्विटल तय की गई, परंतु आज तक किसी भी पंचायत में क्रय केंद्र नहीं खोला गया है। कहा, पलायन से लौटे मजदूरों के सामने भुखमरी की हालत है।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब खगड़िया सहित संपूर्ण बिहार और पूरे देश में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है, तब सरकार लोगों से पल्ला झाड़ ली है। संक्रमितों और संदिग्धों को खुद के भरोसे छोड़कर चुनावी रणनीति बनाने में सरकार लगी हुई है।उन्होंने कहा कि खगड़िया में तेजी से अपराध बढ़ा है। 11 अप्रैल को माकपा नेता जगदीशचंद्र बसु की हत्या अपराधियों ने कर दी। तीन जून को माकपा नेता राधे सिंह की हत्या कर दी गई। इस मौके पर किसान नेता मिथिलेश केसरी व मुकेश कुमार मौजूद थे। परबत्ता में आंदोलन का नेतृत्व किसान कौंसिल के जिलाध्यक्ष हरेराम चौधरी, गोगरी में कार्यकारी जिला सचिव सच्चिदानंद सिंह, अमर प्रकाश और भीम साह ने किया।