पप्पू भगत हत्याकांड: आधे दर्जन आरोपित अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर
ार दिसंबर 2020 को बंदेहरा निवासी जदयू नेता और पूर्व मुखिया राजेश कुमार रमन उर्फ पप्पू भगत की हत्या भागलपुर में अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी।
जागरण संवाददाता, (खगड़िया): चार दिसंबर 2020 को बंदेहरा निवासी जदयू नेता और पूर्व मुखिया राजेश कुमार रमन उर्फ पप्पू भगत की हत्या भागलपुर में अपराधियों ने गोली मारकर कर दी थी। इस हत्याकांड में कुछेक नामवर लोगों के नाम भी सामने आए हैं। जिनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पप्पू भगत के स्वजन अभी भी दहशत में हैं। स्मृति शेष पप्पू भगत की पत्नी बंदेहरा पंचायत की मुखिया खुशबू कुमारी कहती हैं- अभी भी हमलोग भय के साए में जी रहे हैं। पप्पू भगत हत्याकांड के कई शातिर अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर हैं।
सूत्रों के अनुसार पप्पू भगत की हत्या पंचायत की राजनीति में कर दी गई। वह एक दबंग परिवार के आंखों की किरकिरी बने हुए थे। पप्पू भगत की लोकप्रियता से वह दबंग परिवार घबरा गया था। खैर, इस बार के पंचायत चुनाव में पूर्व मुखिया की धर्मपत्नी खुशबू कुमारी जब मुखिया पद से विजयी हुई, तो परिणाम सामने आने के बाद भी अपराधियों ने बंदेहरा में तांडव मचाया। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रही। जानकारी अनुसार पूर्व मुखिया राजेश कुमार रमन उर्फ पप्पू भगत हत्याकांड में अभी भी छह आरोपित फरार चल रहे हैं। सूत्रों की माने तो ये बाहर रहकर तरह-तरह के षड़यंत्र रच रहे हैं।
मुखिया खुशबू कुमारी ने पुलिसिया व्यवस्था पर सवाल उठाया है। कहा कि घटना के एक साल बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से दबंगों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। आए दिन किसी न किसी रूप में उनके समर्थकों, उनके स्वजनों को निशाना बनाया जा रहा है। कहा, मेरे परिवार के लोग दहशत में हैं। मुखिया ने बताया कि उनके पति के हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपित खुलेआम लोगों को धमकी दे रहे हैं। घटना में एक दर्जन से ऊपर लोग शामिल थे। जिसमें अभी भी आधा दर्जन लोग पुलिस पकड़ से बाहर हैं। एक वर्ष बीतने के बाद भी पुलिस इन्हें पकड़ नहीं पाई है। कहा, अभी तक हमें न्याय नहीं मिला है। इस संबंध में गोगरी एसडीपीओ मनोज कुमार ने कहा कि शीघ्र आरोपितों की गिरफ्तारी होगी।