खगड़िया में मतदाताओं ने परिवारवाद को नकारा
जिले में नौ चरणों की पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है। आगामी आठ दिसंबर को 10वें चरण का मतदान है। 10वें और अंतिम चरण को लेकर चौथम प्रखंड के जिला परिषद क्षेत्र संख्या नौ और 10 के 13 पंचायतों में चुनाव है।
चंदन चौहान, खगड़िया। जिले में नौ चरणों की पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है। आगामी आठ दिसंबर को 10वें चरण का मतदान है। 10वें और अंतिम चरण को लेकर चौथम प्रखंड के जिला परिषद क्षेत्र संख्या नौ और 10 के 13 पंचायतों में चुनाव है। जिनमें बुच्चा, सरसवा, ठुठ्ठी मोहनपुर, रोहियार, हरदिया, धुतौली, नीरपुर, तेलौंछ, पिपरा, चौथम, पश्चिमी बौरने, मध्य बौरने और पूर्वी बौरने में पंचायत की सरकार बनाने के लिए मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
इधर लगातार जिले में नौ चरण की पंचायत चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद मतदाताओं के रुख को देखते हुए प्रत्याशी भी सचेत हैं।
बीते बुधवार को नवम चरण के आए परिणाम बेहद चौंकाने वाले रहे। मतदाताओं ने परिवारवाद को सिरे से नकार दिया। अलौली के जिला परिषद क्षेत्र संख्या एक से जिप सदस्य पद पर रजनीकांत कुमार ने 8738 मतों के अंतर से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उनकी जीत बाद कई दिग्गजों के होश उड़े हुए हैं। जिप क्षेत्र संख्या एक से राजद के जिला अध्यक्ष कुमार रंजन 'पप्पू' की पत्नी रेणु कुमारी भी मैदान में थीं। जिन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्तमान सदर विधायक छत्रपति यादव के भाई लोकेश नंदन भी यहां से किस्मत आजमा रहे थे। वे हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। सदर विधायक के भाई लोकेश नंदन मात्र 925 मत ला पाए। उनका स्थान परिणाम सूची में दसवां रहा। वहीं जिला परिषद क्षेत्र संख्या दो से जिप सदस्य के पद पर वर्तमान अलौली विधायक रामवृक्ष सदा की पत्नी सुशीला देवी भाग्य आजमा रहीं थीं। यहां से जदयू के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी साधना देवी भी चुनावी मैदान में थीं। दोनों को हार का सामना करना पड़ा। यहां से सत्यनारायण पासवान ने बाजी मारी।
सुशीला देवी छठे स्थान पर और साधना देवी सातवें स्थान पर रही। समाजशास्त्री डा. अनिल ठाकुर कहते हैं- पंचायत चुनाव के परिणाम बेहद महत्वपूर्ण है। मतदाताओं ने 'हेलीकाप्टर छाप' प्रत्याशियों को सबक सिखाया है।