परबत्ता प्रखंड प्रमुख की कुर्सी रही बरकरार

खगड़िया। परबत्ता प्रखंड प्रमुख धनंजय ¨सह पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को स्वयं सहायता समूह भवन में चर्चा हुई। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 10:14 PM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 10:14 PM (IST)
परबत्ता प्रखंड प्रमुख की कुर्सी रही बरकरार
परबत्ता प्रखंड प्रमुख की कुर्सी रही बरकरार

खगड़िया। परबत्ता प्रखंड प्रमुख धनंजय ¨सह पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को स्वयं सहायता समूह भवन में चर्चा हुई। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इसको लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता उपप्रमुख निरंजन यादव ने की। अविश्वास प्रस्ताव पर आयोजित चर्चा में प्रमुख धनंजय ¨सह व उपप्रमुख को छोड़कर 30 पंसस में से मात्र आठ ही उपस्थित हुए। उपप्रमुख निरंजन यादव ने कहा कि मात्र आठ पंसस के ही उपस्थित रहने के कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। उन्होंने बिहार पंचायती राज अधिनियम, धारा 42(3) का हवाला देते हुए कहा कि पंचायत समिति के अविश्वास प्रस्ताव में निर्वाचित सदस्यों के बहुमत से ही अविश्वास प्रस्ताव को पास किया जा सकता है। यहां निर्वाचित पंचायत समिति सदस्यों की संख्या 30 है। बहुमत के लिए 16 को अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मत देना था। परंतु, मात्र आठ सदस्य ही उपस्थित हुए। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किया गया। इस मौके पर बीडीओ समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बीडीओ रविशंकर कुमार ने भी प्रमुख पर लगाए गए अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने की बात कही है।

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