बारुण में भी जमकर हुआ मतदान
संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया) : बेलदौर प्रखंड का बारुण कभी खूनी संघर्ष का गवाह रहा। परंतु, पंचायती र
संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया) : बेलदौर प्रखंड का बारुण कभी खूनी संघर्ष का गवाह रहा। परंतु, पंचायती राज व्यवस्था में यह अतीत हो चुका है। आपसी सौहार्द के बीच यहां पंचायत की, गांव के विकास को लेकर मतदाताओं ने जमकर वोटिग की। आज बारुण शांति और सौहार्द को लेकर सुर्खियों में हैं। रविवार को गांव की सरकार बनाने के लिए यहां मतदाताओं में उत्साह रहा। सभी ने अपने- अपने मताधिकार का प्रयोग किया। डीएम आलोक रंजन घोष व एसपी अमितेश कुमार भी यहां पहुंचे। शहर जैसा हो गांव, इसलिए वोट करने आई हूं
जागरण संवाददाता, खगड़िया : बेलदौर प्रखंड की 15 पंचायतों में छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण मतदान रविवार को संपन्न हुआ। शांतिपूर्ण मतदान को लेकर डीएम आलोक रंजन घोष, एसपी अमितेश कुमार, एडीएम शत्रुंजय मिश्रा गांव-गांव, बूथ, बूथ का जायजा लेते रहे। लोगों ने जमकर वोट डाला।
इस बार पंचायत चुनाव में महिलाओं की बढ़-चढ़कर भागीदारी रही हैं। कई महिलाएं चुनावी रण में प्रत्याशी बनकर मैदान में हैं। रविवार को बेलदौर प्रखंड के विष्णुपुर, सिकंदरपुर, भररहा, मोहनी, सकरोहर, पंचरासी, चक्रमिनिया, धड़क्का सिंह बासा, पिपरा बासा, कुरहा बासा, कुर्बन आदि में आधी आबादी ने जमकर मतदान किया। लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी निभाई। महिलाओं की लंबी कतारें देखी गई। लंबी लाइन की वजह से उन्हें इंतजार करना पड़ा। लेकिन अपनी बारी आने पर मतदान करने के बाद ही घर लौटी। सिकंदरपुर में अपने मत का प्रयोग कर लौट रही सास-पतोहू रामवती देवी व सुनीता देवी ने बताया कि गांव के विकास के लिए सही प्रतिनिधि का चुनाव जरूरी है। पुरुषों की तरह वह भी अधिकार के प्रति सजग हैं। वहीं पिपरा बासा में अपने मताधिकार का प्रयोग कर लौट रही युवती आरती और दिव्या ने बताया कि हम सब सजग हैं। गांव की सरकार चुनने की बारी थी। इसलिए सबरे-सबरे लाइन में खड़ी होकर वोट गिराया। शहर जैसा गांव हो, यह हमलोगों का सपना है।