बूढ़ी गंडक खतरे के निशान को किया पार, नाइट पेट्रोलिग जारी

खगड़िया। खगड़िया रेलवे ब्रिज के पास बूढ़ी गंडक मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गई है। केंद्रीय जल आयोग कोसी उपमंडल बेगूसराय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बूढ़ी गंडक यहां खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर बह रही है। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 24 सेमी की वृद्धि हुई है। प्रतिघंटे एक सेमी की दर से वृद्धि दर्ज की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 12:22 AM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 12:22 AM (IST)
बूढ़ी गंडक खतरे के निशान को किया पार, नाइट पेट्रोलिग जारी
बूढ़ी गंडक खतरे के निशान को किया पार, नाइट पेट्रोलिग जारी

खगड़िया। खगड़िया रेलवे ब्रिज के पास बूढ़ी गंडक मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गई है। केंद्रीय जल आयोग, कोसी उपमंडल, बेगूसराय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बूढ़ी गंडक यहां खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर बह रही है। बीते 24 घंटे में जलस्तर में 24 सेमी की वृद्धि हुई है। प्रतिघंटे एक सेमी की दर से वृद्धि दर्ज की गई है। दूसरी ओर खगड़िया अघोरी स्थान के पास बूढ़ी गंडक अभी भी खतरे के निशान से नीचे है। यहां खतरे के निशान से एक मीटर 55 सेमी नीचे है। लेकिन दोनों जगहों पर टेंडेंसी राइजिग है।

बूढ़ी गंडक समस्तीपुर और रोसड़ा में भी खतरे के निशान से ऊपर है। समस्तीपुर में दो मीटर पांच सेमी ऊपर है। जबकि रोसड़ा में तीन मीटर 20 सेमी ऊपर है। समस्तीपुर में टेंडेंसी राइजिग है और रोसड़ा में बूढ़ी गंडक स्थिर है। तटबंध की चौकसी बढ़ाई गई

बूढ़ी गंडक की रफ्तार को देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है। 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। नाइट पेट्रोलिग जारी है। बीते सोमवार की रात अधीक्षण अभियंता सत्यजीत, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-एक के कार्यपालक अभियंता अमर सिंह, एसडीओ रामकुमार सिंह ने बूढ़ी गंडक के बाया तटबंध का जायजा लिया और स्थिति से अवगत हुए।

कोट बूढ़ी गंडक समेत जिले के सभी नदियों पर बने बांध-तटबंध सुरक्षित हैं। सघन निगरानी रखी जा रही है। रात्रि पेट्रोलिग भी जारी है। -सत्यजीत, अधीक्षण अभियंता, बाढ़ नियंत्रण अंचल, खगड़िया कोसी-बागमती दोनों राइजिग

जागरण संवाददाता, खगड़िया: कोसी खगड़िया के बलतारा में मंगलवार को खतरे के निशान से 97 सेमी ऊपर बह रही थी। केंद्रीय जल आयोग, कोसी उपमंडल, बेगूसराय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कोसी की टेंडेंसी राइजिग हैं। मंगलवार की सुबह भीमनगर बराज के पास कोसी का डिस्चार्च एक लाख 56 हजार 840 क्यूसेक था। जबकि बराह क्षेत्र का डिस्चार्ज एक लाख 28 हजार क्यूसेक दर्ज किया गया।

दूसरी ओर बागमती भी बढ़ रही है और खतरे के निशान से एक मीटर 98 सेमी ऊपर है। बागमती नदी के बीएन तटबंध स्थित चौथम स्थल पर फ्लड फाइटिग कार्य संपन्न हो चुका है और वहां स्थिति कंट्रोल में है। यहां 120 मीटर में फ्लड फाइटिग कार्य कराया गया है। बीएन तटबंध के ही कोसी के बीरवास स्थल पर फ्लड फाइटिग कार्य जारी है। यह संवेदनशील बिदु माना जाता है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि स्थिति कंट्रोल में है।

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