बाढ़ से प्रभावित 17 हजार हेक्टेयर फसल क्षति का किसानों को मिलेगा मुआवजा

खगड़िया । शहर के टाउन हाल में गुरुवार को कृषि विभाग की ओर से आयोजित रबी महा अभिया

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 10:21 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 10:21 PM (IST)
बाढ़ से प्रभावित 17 हजार हेक्टेयर फसल क्षति का किसानों को मिलेगा मुआवजा
बाढ़ से प्रभावित 17 हजार हेक्टेयर फसल क्षति का किसानों को मिलेगा मुआवजा

खगड़िया । शहर के टाउन हाल में गुरुवार को कृषि विभाग की ओर से आयोजित रबी महा अभियान सह जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका विधिवत उदघाटन डीएम आलोक रंजन घोष ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर उपस्थित किसान व लोगों को रबी फसल को लेकर विभाग के द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गई। ताकि किसान योजनाओं का लाभ ले सकें। इस मौके पर डीएम ने कहा कि रवि महोत्सव मनाने का मुख्य उद्देश्य होता है कि इसके माध्यम से हर वर्ष किसानों को रबी फसलों की बुवाई में किसी भी चीज की कमी ना रहे और अगर कोई कमी हो, तो उसे समय रहते दूर किया जा सके। सरकार की ओर किसानों के लिए कई योजना चलाई जा रही है। जिसके माध्यम से किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। 17 हजार हेक्टेयर फसल क्षति का किसानों को मिलेगा मुआवजा

डीएम ने कहा कि कोसी, गंगा और बागमती नदियों से जिले में आई बाढ़ के दौरान 17 हजार हेक्टेयर में फसल क्षति हुई है। सूबे के मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जहां बाढ़ का पानी आने से खेती नहीं हो सकी है अर्थात संभावित फसल क्षति हुई है। वहां भी किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। अभी 17 से 20 अक्टूबर के दौरान भारी वर्षा से किसानों को जो फसल क्षति हुई है, उसका भी आंकलन कर सरकार को भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि गत कृषि वर्ष में किसानों से बड़े पैमाने पर गेहूं अधिप्राप्ति किया गया था और पानी बाद लक्ष्य के अनुरूप अधिप्राप्ति की गई थी। इस वर्ष भी लक्ष्य के अनुरूप गेहूं अधिप्राप्ति करेंगे। न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की गई है और ज्यादा से ज्यादा किसान इससे लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने महेशखूंट में लगने वाले पशुचारा फेक्ट्री की भी चर्चा की और कहा कि इससे कृषक और पशुपालक को फायदा होगा।

इन योजनाओं से किसानों के बहुरेंगें दिन कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी शैलेश कुमार ने कृषि समन्वयकों, किसान सलाहकारों, एटीएम, बीटीएम को रबी महोत्सव और इससे संबंधित योजनाओं को प्रत्येक किसान तक पहुंचाने का निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना, बीज ग्राम योजना, दलहन एवं तिलहन मिनी किट योजना, अनुदानित दर पर बीज वितरण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत पूर्वी भारत में हरित क्रांति उपयोजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन अंतर्गत दलहन तिलहन एवं कोर्स सिरीयल योजना, राज्य योजनांतर्गत जैविक कोरीडोर योजना, परंपरागत कृषि विकास योजना अंतर्गत जैविक कृषि, नमामि गंगे स्वच्छता अभियान अंतर्गत जैविक कृषि, कृषि कल्याण अभियान अंतर्गत कृषि यंत्र बैंक का स्थापना योजना, कृषि यंत्रीकरण योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना इत्यादि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के माध्यम से किसानों के दिन बहुरेंगें।

इस मौके पर कृषि व उद्यान विभाग के अधिकारी के साथ पशुपालन पदाधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारी भी मौजूद थे।

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