शहर में नहीं हो रहा है कोरोना गाइडलाइन का पालन
फोटो 6, 7 व 8 = दो गज दूरी, मास्क है जरूरी, के मूलमंत्र को याद रखें: डा. जैनेंद्र नाहर जागरण संव
फोटो 6, 7 व 8
= दो गज दूरी, मास्क है जरूरी, के मूलमंत्र को याद रखें: डा. जैनेंद्र नाहर
जागरण संवाददाता, खगड़िया :
कोरोना संक्रमण का प्रभाव काफी हद तक कम हो गया है। फिर भी जिले में 19 एक्टिव केस हैं।
ऐसे में लगातार सतर्कता बरतने की जरूरत है। लेकिन आनलाक बाद हाट-बाजार में कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। खगड़िया बाजार में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लोग सतर्कता नहीं बरत रहे हैं। संक्रमण की दूसरी लहर जब पीक पर थी, तो हर तरफ सतर्कता देखी जा रही थी। लेकिन जैसे ही संक्रमण की चेन कमजोर हुई, फिर से लापरवाही देखने को मिल रही है। लोग अब मास्क को लेकर भी लापरवाह हो गए हैं। कई लोगों के मास्क भी नाक के नीचे लटकते रहते हैं। दुकान तथा बाजार में पहले की तरह ही सामान कि खरीद को लेकर आपाधापी है। शारीरिक दूरी का कोई मतलब यहां नहीं दिखता है। सोमवार को बाजार की स्थिति का आकलन किया गया, तो कहीं भी कोरोना गाइडलाइन के प्रति लोग सजग नहीं दिख रहे थे। राजेंद्र चौक, स्टेशन रोड, मेन रोड से लेकर मील रोड सहित सभी बाजार में लोग बेखौफ बिना मास्क के घूमते नजर आ रहे थे। शहर में लापरवाही सारी हदें तोड़ रही हैं। बाजार हो या फिर सार्वजनिक जगह यहां हर दूसरे चेहरे से मास्क गायब हो रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णमोहन सिंह 'मुन्ना' कहते हैं- ये लापरवाही एक बार फिर महामारी को खुलेआम न्योता दे रही है। आम और खास हर कोई इस लापरवाही में बराबर के हिस्सेदार दिख रहे हैं। जिले में 75 प्रतिशत तक घट गई है मास्क व सैनिटाइजर की मांग
कोरोना की दूसरी लहर लगभग थमने के बाद लोग लापरवाह हो गए हैं। कई लोगों ने मास्क लगाना छोड़ दिया है और कई सैनिटाइजर का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर दिया है। बाजार में सर्जिकल मास्क और सैनिटाइजर की मांग भी आधी रह गई है। थोक विक्रेताओं का दावा है कि मास्क और सैनिटाइजर की मांग 75 फीसद तक घट गई है। स्टाक तो है पर खरीदार नहीं। इधर, जानकारों का कहना है कि यह लापरवाही तीसरी लहर की संभावित खतरे को बढ़ा रही है।
डा. जैनेंद्र नाहर कहते हैं- अभी सावधानी की जरूरत है। दो गज दूरी और मास्क है जरूरी, के मूलमंत्र को नहीं भूलना चाहिए। घर से बाहर निकलें, तो मास्क का उपयोग जरूर करें। शारीरिक दूरी का पालन करें। समय-समय पर सैनिटाइजर का उपयोग करें। सैनिटाइजर नहीं रहने पर साबुन से हाथ को बराबर धोते रहें।