बिहार: तार में बिजली ही नहीं थी तो करंट लगने से कैसे हो गई मौत, गुत्‍थी सुलझाने में लगी पुलिस

बिहार के खगड़िया में एक मौत पहलेी बन गई है। परिवार के लोग मौत का कारण बिजली प्रवाहित तार की चपेट में आना बता रहे हैं। जबकि बिजली विभाग के अनुसार तार में करंट ही नहीं था।

By Edited By: Publish:Wed, 27 May 2020 09:48 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 12:02 PM (IST)
बिहार: तार में बिजली ही नहीं थी तो करंट लगने से कैसे हो गई मौत, गुत्‍थी सुलझाने में लगी पुलिस
बिहार: तार में बिजली ही नहीं थी तो करंट लगने से कैसे हो गई मौत, गुत्‍थी सुलझाने में लगी पुलिस

खगड़िया, जेएनएन। बिहार के खगडि़या शहर से सटे सन्हौली के वार्ड नंबर-14 पावर हाउस के समीप कबीर नगर में 30 वर्षीय राजीव सिंह की मौत अब सवालों के घेरे में आ गयी है। स्थानीय लोग व स्वजन 11 हजार वोल्‍ट विद्युत प्रवाहित तार से करंट लगने से मौत की बात कह रहे हैं। मृतक की मां पार्वती देवी ने भी बिजली विभाग पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाकर एफआइआर दर्ज कराया है। लेकिन सवाल यह है कि जब ट्रांसफॉर्मर जला होने के कारण तार में करंट ही नहीं था तो आखिर माैत कैसे हुई? इस गुत्‍थी को अब पुलिस सुलझा रही है।

स्‍वजनों का आरोप: करंट लगने से हुई मौत

स्वजनों का कहना है कि घर होकर 11 हजार वोल्‍ट का तार गुजरा हुआ है। इसको लेकर कई बार विभाग के अभियंता से शिकायत की गई, मगर समाधान नहीं निकला। बीते दिन राजीव पटवन कर रहा था कि वह करंट की चपेट में आ गया। इसे लेकर स्वजन मुआवजा की भी मांग कर रहे हैं।

बिजली विभाग का दावा: तार में नहीं था करंट

इधर, बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता मदन कुमार का कहना है कि जब 11 हजार वोल्‍ट के तार में बिजली प्रवाहित ही नहीं थी, तो युवक की मौत करंट लगने से कैसे हो गई? उन्होंने बताया कि कई दिनों से पावर ट्रांसफॉर्मर जला हुआ है। बाहर से ट्रांसफॉर्मर लाकर शहर व आसपास के गांवों को नियमित बिजली उपलब्ध कराने को लेकर विभाग के अधिकारी व कर्मी लगे हुए हैं। मंगलवार को भी कबीर नगर से गुजरने वाले 11 हजार वोल्‍ट के तार में बिजली प्रवाहित नहीं हो रही थी। ऐसे में विभाग को बदनाम करना मुनासिब नहीं होगा।

एफआइआर दर्ज, अब पुलिस सुलझाएगी विवाद

मामले को लेकर चित्रगुप्तनगर थानाध्यक्ष सुबोध पंडित का कहना है कि घटना को लेकर एफआइआर दर्ज की गई है। आगे जांच में मामला स्पष्ट हो जाएगा।

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