डिग्री की विश्वसनीयता को पूरी तरह से हासिल करना विश्वविद्यालय का लक्ष्य : कुलपति

खगड़िया। कोशी कॉलेज के सभागार में कुलपति-शिक्षकसंवाद कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को कि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Sep 2018 07:17 PM (IST) Updated:Thu, 13 Sep 2018 07:17 PM (IST)
डिग्री की विश्वसनीयता को पूरी तरह से हासिल करना विश्वविद्यालय का लक्ष्य : कुलपति
डिग्री की विश्वसनीयता को पूरी तरह से हासिल करना विश्वविद्यालय का लक्ष्य : कुलपति

खगड़िया। कोशी कॉलेज के सभागार में कुलपति-शिक्षकसंवाद कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को किया गया। इसमें कुलपति प्रो. रंजीत वर्मा ने कहा कि वर्तमान समाज में डिग्री की विश्वसनीयता घटी है। यही कारण है कि डिग्री प्राप्त कर लेने के बाद भी छात्रों को नौकरी आदि के लिए फिर से परीक्षा देनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि डिग्री की विश्वसनीयता को सौ प्रतिशत प्राप्त करना मुंगेर विश्वविद्यालय का लक्ष्य है। इसके लिए मुंगेर विश्वविद्यालय के शिक्षकों को उत्कृष्टता का प्रदर्शन करना होगा।

इसी के तहत कॉलेज के शिक्षकों को छात्रों से संपर्क करना है और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। शिक्षा का प्रसार करना शिक्षकों का कर्तव्य है। कर्तव्य के निर्वहन में शिक्षकों को हमेशा तत्पर रहना चाहिए।

इस मौके पर कुलपति ने बिहार के एतिहासिक विश्वविद्यालयों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्राचीन बिहार में विक्रमशिला से लेकर नालंदा जैसे विश्वविद्यालय थे। इन विश्वविद्यालयों की तूती संपूर्ण विश्व में बोलती थी। यही कारण है कि यहां दस तीर्थांकर हुए। इस गरिमा को हमें वापस लाने का प्रयत्‍‌न करना ही होगा। हम शिक्षकों को भी यह समझना होगा कि भविष्य की आवश्यकता के अनुरूप बेहतर मानव संसाधन तैयार करना विश्वविद्यालय का कार्य है। सो जिले के सभी कॉलेजों में भी शिक्षक-छात्र संवाद कराने की योजना पर काम हो। यह विश्वविद्यालय के सुधार की प्रक्रिया को मजबूती देगा।

कुलपति ने फूड सेफ्टी एक्ट को संशोधित करने, फूड टे¨स्टग लैब की जरूरत आदि पर बल दिया। उन्होंने सभी कॉलेजों के प्राचार्य से सृजित पद व 2019 में जरूरी रिक्त पदों से संबंधित जानकारी देने की बात कही।

संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता कोशी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजीव नंदन शर्मा ने की। इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य डॉ. रामपूजन ¨सह सहित महिला महाविद्यालय, केडीएस कॉलेज, केएमडी कॉलेज आदि के प्राचार्य सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे।

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