शक्ति रुपेण संस्थिता: शिरोमणि टोला दुर्गा मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक है
खगड़िया। नयागांव शिरोमणि टोला दुर्गा मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक है। यहां आसपास समेत सुदूर
खगड़िया। नयागांव शिरोमणि टोला दुर्गा मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक है। यहां आसपास समेत सुदूर मुंगेर और भागलपुर जिले से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। अभी यहां 26 लोग निर्जला रहकर मां की आराधना में जुटे हुए हैं। इनमें 25 महिलाएं हैं। ये विजयादशमी के दिन प्रतिमा विसर्जन बाद व्रत तोड़ेंगे। मंदिर का इतिहास
जोरावरपुर पंचायत स्थित नयागांव शिरोमणी टोला की मां दुर्गा मंदिर का स्थापना वर्ष संवत 1335 अंकित है। यहां मां के अष्टभुजी रूप की पूजा होती है। यहां पर मां की स्थाई प्रतिमा है। शारदीय नवरात्र पर मां की प्रतिमा समेत अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित की जाती है। मंदिर की विशेषताएं
= मंदिर का रुख दक्षिण है।
= यहां मां की स्थाई प्रतिमा है और वर्ष भर श्रद्धालु पूजा-पाठ को आते रहते हैं।
= इनके दर्शन से ही हर मनोकामना पूरी होती है।
= यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटे हैं।
= शारदीय नवरात्र में निर्जला रहकर कई श्रद्धालु 10 दिनों तक मां की आराधना में लीन रहते हैं।
= मंदिर में कुमारिका कक्ष है, जहां निर्जला व्रती 10 दिनों तक रहते हैं।
= इस कक्ष में तीन-तीन एसी लगे हुए हैं।
= मंदिर की व्यवस्था को लेकर कमेटी बनी हुई है।
मां में असीम शक्ति है। जिन्होंने सच्चे दिल से जो कुछ मांगा है उनकी मुरादें अवश्य पूरी हुई है। यहां से कोई खाली हाथ नहीं लौटे हैं। मां सभी की सुनती हैं।
पंडित बेदानंद मिश्र ग्रामीणों का असीम सहयोग मिल रहा है। सभी भेदभाव भूलकर पूजा-पाठ और मेला के आयोजन में सहयोग करते हैं। कोरोना गाइड लाइन का यहां बखूबी पालन हो रहा है।
सकलदेव कुंवर, मेला मालिक