शारदीय नवरात्र के उत्साह और उल्लास में डूबा शहर

खगड़िया। शारदीय नवरात्र को लेकर चहुंओर उत्साह और उल्लास है। नवरात्र के पांचवें दिन मात

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 09:08 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 09:08 PM (IST)
शारदीय नवरात्र के उत्साह और उल्लास में डूबा शहर
शारदीय नवरात्र के उत्साह और उल्लास में डूबा शहर

खगड़िया। शारदीय नवरात्र को लेकर चहुंओर उत्साह और उल्लास है। नवरात्र के पांचवें दिन माता भगवती के दो रूप आदिशक्ति स्कंदमाता और मां कात्यायनी की पूजा एक साथ होने के कारण सोमवार को श्रद्धा की सरिता बहती रही। शहर के आर्य समाज स्थित सरस्वती स्थान में दुर्गा पूजा को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। इस बार सरस्वती स्थान में अयोध्या के राम दिखेंगे। बड़ी सरस्वती दुर्गा मंदिर जिले में बेहतरीन सजावट और आधुनिक पंडाल के लिए जाना जाता है। यहां नवरात्र के मौके पर हर वर्ष कुछ नया करने का प्रयास किया जाता है। इस बार प्रभु राम की विशालकाय प्रतिमा बनाई गई है। पंडाल को हर बार की तरह एक अलग ही रूप दिया गया है। 66 वर्षों से सरस्वती मंदिर में होती है माता की आराधना

श्री बड़ी सरस्वती पूजा समिति के कोषाध्यक्ष शैलेश वर्मा बताते हैं कि 214 वर्ष पूर्व सन 1806 ईस्वी में बंगाली बाबा द्वारा मूर्ति स्थापित कर मां सरस्वती की पूजा शुरू की गई थी। तबसे लेकर आज तक मंदिर में कई परिवर्तन हुए हैं। उन्होंने बताया कि बीते 66 वर्षों से सरस्वती स्थान में शारदीय नवरात्र के अवसर पर मां दुर्गा के वैष्णवी रूप की आराधना होती आ रही है। सन 1955 से पूर्व इस मंदिर में सिर्फ माता सरस्वती की पूजा हुआ करती थी। यहां नवरात्र के मौके पर मां दुर्गा की प्रतिमा जिले के प्रसिद्ध मूर्तिकार अर्जुन पंडित द्वारा प्रत्येक वर्ष बनाया जाता है। नवरात्र के सप्तमी और नवमी के दिन बलि के रूप में माता को कोहरे और ईख की बलि चढ़ाई जाती है। वृंदावन के प्रेम मंदिर की तर्ज पर हो रहा है माता के भव्य मंदिर का निर्माण

बंगाली बाबा द्वारा मूर्ति स्थापित कर बहुत दिनों तक खुले आसमान के नीचे माता सरस्वती की पूजा की गई। जिसके बाद स्थानीय लोगों के द्वारा सुर्खी चूना से मंदिर का निर्माण कराया गया। जहां मूर्ति को पूरे विधि विधान के साथ स्थापित किया गया। सूर्खी चूना द्वारा निर्मित मंदिर बीते चार वर्ष पूर्व 2016 में जर्जर होकर टूट गया। जिसके बाद स्थानीय लोग आपसी सहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण कर रहे हैं।

पूजा समिति में जिले के कई चर्चित लोग शामिल हैं। जिसमें अध्यक्ष कुंदन कुमार, उपाध्यक्ष राजकुमार फोगला, सचिव शत्रुघ्न प्रसाद भगत, कोषाध्यक्ष शैलेश वर्मा, युवा मंत्री शुभम कुमार, उपमंत्री विक्की कुमार कसेरा, उपमंत्री संकेत गुप्ता, विनय कुमार भगत, जवाहर प्रसाद वर्मा, संजय कुमार, दिलीप कुमार, विजय कुमार रवि है आदि शामिल हैं। मंदिर के पुरोहित विकास चंद्र झा और सुभाष झा हैं।

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