संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पांच सदस्यीय टीम पटना भेजी गई

खगड़िया जिले में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सदर अस्पताल से पांच सदस्यीय टीम को छह दिनों के प्रशिक्षण के लिए पटना स्थित एम्स भेजा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 12:23 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 12:23 AM (IST)
संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पांच सदस्यीय टीम पटना भेजी गई
संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पांच सदस्यीय टीम पटना भेजी गई

खगड़िया। खगड़िया जिले में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए सदर अस्पताल से पांच सदस्यीय टीम को छह दिनों के प्रशिक्षण के लिए पटना स्थित एम्स भेजा गया है। जहां संभावित तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के गुर सिखाए जा रहे हैं। इस टीम में शिशु रोग विशेषज्ञ डा. नरेंद्र कुमार, डा. आमोद कुमार सहित दो नर्सिंग के कर्मी इंदु कुमारी, पुष्पा देवी और एक केयर इंडिया से शालीला कुमारी शामिल हैं। शनिवार 18 सितंबर को ट्रेनिग पूरी कर पांच सदस्य टीम वापस खगड़िया लौटेगी। डा. नरेंद्र कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा छह दिनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें संभावित कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों का सही उपचार करने के लिए मेडिसिन से लेकर बच्चे के आईसीयू में उपचार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आईसीयू तीन प्रकार के हैं। एक नवजात शिशुओं के लिए, जो हमारे अस्पताल में उपलब्ध है। एक वयस्क लोगों के लिए और एक, एक माह से अधिक उम्र के बच्चों के लिए। उन्होंने बताया कि सी-पेप पर वैसे बच्चों का उपचार किया जाएगा, जिसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है। सांसें तेज चल रही है। रेस्पिरेट्री सिस्टम फेल्योर हो गया हो, ऐसी स्थिति में अगर सी-पेप पर बच्चे की स्थिति ठीक नहीं होती है, तब उसे वेंटिलेटर पर रख कैसे इलाज किया जाएगा, इसके गुर सिखाए जा रहे हैं।

इस पूरे प्रबंधन से संभावित कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों का सही उपचार होगा।

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