खगड़िया में तीसरी लहर की चुनौती से निपटने को बढ़ाए जा रहे साधन-संसाधन
कोविड से खगड़िया में अब तक 124 लोगों की जान जा चुकी है। दूसरी लहर में 118 लोग काल के गाल में समा गए।
खगड़िया। कोविड से खगड़िया में अब तक 124 लोगों की जान जा चुकी है। दूसरी लहर में 118 लोग काल के गाल में समा गए। दूसरी लहर का खौफ समाप्त हो चुका है और संभावित तीसरी लहर की बात चल रही है। जिसको लेकर खगड़िया स्वास्थ्य विभाग आज की तारीख में पूरी तरह तैयार है।
लेकिन, साधन-सुविधा को लेकर अभी भी कहीं-कहीं पेंच फंसा हुआ है। डाक्टरों की कम संख्या, तकनीशियन की कमी, ड्रेसर और फार्मासिस्ट की कमी आदि ऐसे मामले हैं, जो संभावित तीसरी लहर की चुनौती की राह में रोड़े बन सकते हैं। सदर अस्पताल के पास मुर्च्छक चिकित्सक नहीं है। दंत रोग विशेषज्ञ नहीं है। सर्जन मात्र एक है। चार महिला चिकित्सक के बदले मात्र दो है। कोविड की तीसरी लहर में बच्चों के चपेट में आने की बात कही जा रही है, लेकिन सदर अस्पताल में मात्र एक शिशु रोग विशेषज्ञ है। जबकि चार की जरूरत है। दूसरी लहर में भी आक्सीजन आड़े हाथों नहीं आया
दूसरी लहर से सबक लेते हुए सौ बेड के सदर अस्पताल खगड़िया में पर्याप्त तैयारी की गई है। मालूम हो कि दूसरी लहर के दौरान भी खगड़िया ऐसा जिला था जहां आक्सीजन की कमी आड़े हाथों नहीं आई। अभी 140 आक्सीजन सिलेंडर है। पूर्व में भी संख्या इतनी ही थी। आक्सीजन को लेकर यहां कालाबाजारी की शिकायत नहीं है। सुविधाओं की पड़ताल
= बेड पहले 150 था, जिसकी संख्या बढ़कर अब 224 हो गई है।
= सेंट्ररलाइज आक्सीजन पाइप की सुविधा नहीं थी, परंतु इस दिशा में युद्धस्तर पर कार्य हो रहा है। 50 सेंट्ररलाइज पाइप लग चुके हैं, 74 और पर काम हो रहा है।
= दूसरी लहर में सदर अस्पताल के पास आक्सीजन कंसंट्रेटर मात्र 24 थी, जिसकी संख्या बढ़कर 60 हो गई है।
= सात वेंटिलेटर है, पर इसे आपरेट करने वाला कोई नहीं है। इंसेट
14 अगस्त तक चालू हो जाएगा आक्सीजन प्लांट
सदर अस्पताल प्रबंधक शशिकांत ने बताया कि आक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। 14 अगस्त तक आक्सीजन प्लांट चालू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रेमडेसिवर समेत सभी आवश्यक दवा पर्याप्त संख्या में है। इंसेट
वेंटिलेटर किसी काम का नहीं
सदर अस्पताल के पास सात वेंटिलेटर है। इनमें छह प्रधानमंत्री राहत कोष से उपलब्ध कराए गए हैं और एक परबत्ता विधायक डा. संजीव कुमार के प्रयास से मिला। परंतु, तकनीशियन नहीं रहने से सभी वेंटिलेटर बेकार पड़े हैं। इस बीच वेंटिलेटर को मेडिकल कालेज भागलपुर भेजने की बात उठी थी। जिसका यहां तीव्र विरोध हुआ। आंकड़े के आइने में
जरूरत वर्तमान स्थिति
चिकित्सक 50 17
लैब तकनीशियन छह तीन
फार्मासिस्ट चार दो
ड्रेसर आठ एक
वार्ड वाय आठ शून्य
एएनएम 17 छह
ए-ग्रेड नर्स 56 सौ कोट
दूसरी लहर से सबक लेते हुए साधन-सुविधा बढ़ाई जा रही है। 14 अगस्त तक आक्सीजन प्लांट भी चालू हो जाएगा। चार नए चिकित्सकों की नियुक्ति हुई है। लेकिन, चिकित्सक समेत अन्य मेडिकल स्टाफ की जरूरत है।
शशिकांत, प्रबंधक, सदर अस्पताल खगड़िया।