इंटर की परीक्षा में दो माह शेष, परीक्षार्थियों की धड़कनें बढ़ीं
खगड़िया। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर करीब नौ महीने से स्कूलों कॉलेजों समेत अन्य शिक्षण्
खगड़िया। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर करीब नौ महीने से स्कूलों, कॉलेजों समेत अन्य शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन का कार्य बंद है। इधर इंटरमीडिएट की परीक्षा फरवरी में है। 11 से 19 नवंबर के बीच सेंटअप परीक्षा संपन्न हो चुकी है। अब छात्र इंटर की फाइनल परीक्षा देंगे। बिहार बोर्ड के अनुसार एक फरवरी से इंटरमीडिएट की परीक्षा होगी। इंटर की परीक्षा में अब मात्र दो माह शेष हैं। परीक्षार्थियों की धड़कनें बढ़ने लगी है। बिना क्लास किए वे कैसे परीक्षा देंगे, यह सवाल उठने लगे हैं।
बात सिर्फ बेलदौर प्रखंड की करें तो यहां इंटरस्तरीय चार विद्यालय है। आदर्श इंटर विद्यालय पीरनगरा के 240 विद्यार्थी इंटर की परीक्षा में शामिल होंगे। इनमें साइंस में 120 एवं आर्ट्स के 120 विद्यार्थी हैं। जबकि विद्यालय में इंटर की पढ़ाई को लेकर मात्र तीन शिक्षक हैं। इनमें हिदी, म्यूजिक एवं पॉलिटिकल साइंस के ही शिक्षक मौजूद हैं। जबकि विज्ञान, गणित, अंग्रेजी समेत अन्य विषयों में शिक्षक नहीं हैं। कोसी इंटर विद्यालय पनसलवा से साइंस में 194, जबकि आर्ट्स में 126 परीक्षार्थी इंटर की परीक्षा में शामिल होंगे। यहां इंटर में एक भी शिक्षक नहीं हैं। गांधी इंटर विद्यालय बेलदौर से आर्ट्स में 98 और साइंस में 120 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। यहां तीन शिक्षक हैं। इतिहास, हिदी एवं संगीत विषय में शिक्षक मौजूद हैं। राजदीप यादव इंटर कॉलेज पीरनगरा में भी कोरोना को लेकर पठन-पाठन कार्य ठप पड़ा हुआ है। क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी
दूरदर्शन के माध्यम से या फिर ऑनलाइन पढ़ाई से पठन-पाठन के गुर सिखाए जा रहे हैं। वैसे वर्ग नौंवी से 12वीं तक के छात्र- छात्राओं के पठन-पाठन से संबंधित शंका समाधान को लेकर विद्यालय खुले हुए हैं। शिक्षकों का अभी अभाव है। शिक्षकों की बहाली होने के बाद इन विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जाएगा।