तनुकी खातून के ऊपर गम का पहाड़ टूटा

खगड़िया। पसराहा सड़क दुर्घटना में पुत्र और भतीजा की एक साथ मौत के बाद तनुकी खातून गहरे सदमे में है। कोई भी ग्रामीण सांत्वना देने पहुंचते हैं तो बरबस उनकी जुबां से निकल पड़ता है- खुदा यह क्या किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Jul 2021 08:00 PM (IST) Updated:Wed, 14 Jul 2021 08:00 PM (IST)
तनुकी खातून के ऊपर गम का पहाड़ टूटा
तनुकी खातून के ऊपर गम का पहाड़ टूटा

खगड़िया। पसराहा सड़क दुर्घटना में पुत्र और भतीजा की एक साथ मौत के बाद तनुकी खातून गहरे सदमे में है। कोई भी ग्रामीण सांत्वना देने पहुंचते हैं, तो बरबस उनकी जुबां से निकल पड़ता है- खुदा यह क्या किया। बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के सुखायबासा निवासी तनुकी खातून के ऊपर रह-रहकर मुसीबत का पहाड़ टूट रहा है। नौ मई को गांव के समीप झूके विद्युत हाइटेंशन तार की चपेट में आने से तनुकी खातून के पति मु. मुईम की मौत हो गई थी। उनकी मौत के सदमे से तनुकी खातून उबरे भी नहीं थे कि उनकी गोतनी की मौत हो गई। मंगलवार को चालीसमा का रस्म पूरा करने बाद तनुकी के बेटे मु. जमीर अपने ममेरा भाई को बाइक से छोड़ने भागलपुर जिले के पंचगछिया जा रहे थे। जहां मु. जमीर और उनके ममेरे भाई मु. नजरुल की सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतक मु. जमीर के दो भाई दिव्यांग हैं। मृतक जमीर की पत्नी रेशमा खातून गर्भवती है। इधर दिघौन मुखिया हरिशंकर रजक, मु. नेहाल अली, मु. आरीफ, मु. बुद्दीन, मु. शान, मु. मुबारक, मु. अजमत आदि ने मृतक के घर पर पहुंच कर ढांढस बंधाया।

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