कोरोना से डरी नहीं, ड्यूटी पर डटी रहीं एएनएम अंजना
खगड़िया। कुमारी अंजना एएनएम हैं। वे परबत्ता सीएचसी में कार्यरत हैं। लेकिन कोरोना काल में
खगड़िया। कुमारी अंजना एएनएम हैं। वे परबत्ता सीएचसी में कार्यरत हैं। लेकिन, कोरोना काल में उनकी भूमिका प्रशंसनीय है। जब कोरोना की पहल लहर उठी। लॉकडाउन लगा, तो चहुं ओर भय पसरा हुआ था। लोग एक-दूसरे से किनारा करने लगे थे। लेकिन, एएनएम अंजना अपनी ड्यूटी पर अटल रही। उन्होंने तब यह नहीं देखा कि आठ घंटे की ड्यूटी अवधि है। कभी-कभी 24 घंटे अस्पताल में रहना पड़ा। जरूरत पड़ने पर गांव-देहात मरीजों को देखने जाना पड़ा। अंजना ने हिम्मत नहीं हारी, ड्यूटी पर डटी रही।
वे कोरोना पॉजिटिव भी हुई। ठीक होने बाद फिर से कोरोना के विरुद्ध जंग में उतर पड़ी। संकट की घड़ी में अपनी सेवा से पीछे नहीं हटी। इस दौरान घर- परिवार, स्वजन-पुरजन का ख्याल रखते हुए मरीजों की सेवा में तल्लीन रही। सीएचसी के आइसोलेशन सेंटर में पॉजिटिव मरीजों का देखभाल करती रही।
अंजना कहती हैं- बीते वर्ष जुलाई के अंतिम सप्ताह में कोरोना पॉजिटिव हुई। अपनी इच्छाशक्ति और मां भगवती के आशीर्वाद से कोरोना से जंग जीती। स्वस्थ हुई और 14 दिनों के बाद पुन: सेवा कार्य में जुट गई। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना वैक्सीन जरूर लें। कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक है। इसलिए अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। अंजना ने आमलोगों से जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलने की अपील की है। कहा कि, अगर घर से निकलें, तो मास्क जरूर पहनें। शारीरिक दूरी का पालन करें। सैनिटाइजर और साबुन का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अधिक खतरनाक है। फिर भी ड्यूटी पर हूं। सेवा ही मेरा धर्म है।