रियल टाइम पर हो टीकाकरण एवं टेस्टिग की डाटा इंट्री: डीएम

खगड़िया । कोरोना टीकाकरण एवं जांच कार्य को लेकर गुरुवार को समाहरणालय सभा कक्ष में प

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 08:50 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 08:51 PM (IST)
रियल टाइम पर हो टीकाकरण एवं टेस्टिग की डाटा इंट्री: डीएम
रियल टाइम पर हो टीकाकरण एवं टेस्टिग की डाटा इंट्री: डीएम

खगड़िया । कोरोना टीकाकरण एवं जांच कार्य को लेकर गुरुवार को समाहरणालय सभा कक्ष में प्रशासनिक व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें कोविड एक्शन प्लान पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता डीएम आलोक रंजन घोष ने की।

इस मौके पर डीएम ने कोरोना टीकाकरण और जांच कार्य के प्रगति की समीक्षा करते हुए कई आवश्यक निर्देश दिए। डीएम ने संभावित तीसरी लहर को लेकर अलर्ट करते हुए कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए टीकाकरण और टेस्टिग दो ही हथियार है। जिसे दुरुस्त कर तीसरी लहर से निपटा जा सकता है। खगड़िया व गोगरी डाटा इंट्री में पीछे

डीएम ने टीकाकरण और टेस्टिग कार्य की समीक्षा के दौरान डाटा इंट्री कार्य में विलंब को देख नाराजगी जताई। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि खगड़िया और गोगरी में टेस्टिग और टीकाकरण का सर्वाधिक पेंडिग डाटा है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का डाटा एंट्री सत्र स्थल पर ही किया जाए। डाटा एंट्री रियल टाइम में किया जाए। 25 तारीख से वास्तविक डाटा एंट्री मान्य होगा। गूगल शीट पर किया गया डाटा एंट्री मान्य नहीं होगा। लंबित डाटा एंट्री कार्य को दो दिनों के अंदर समाप्त कर डाटा एंट्री के आधार पर ऑपरेटर को भुगतान किया जाए। पाजिटिव व्यक्ति के घर के पास के लोगों की अनिवार्य रूप से कराएं जांच

बैठक में डीएम कोरोना जांच को लेकर काफी सजग दिखे। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान पाजिटिव पाए जाने वाले व्यक्ति के घर व आसपास के क्षेत्र या गांव में फौरन जांच कार्य चला वहां के लोगों की जांच करें। जो कोरोना की रोकथाम के लिए अति आवश्यक है। ताकि संक्रमण के विस्तार को रोकने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि खगड़िया के बाद अब अलौली में भी ''नौका पर टीका'' अभियान चलाया जाएगा। ताकि टीका कर्मियों के साथ स्वास्थ्य कर्मियों को भी बाढ़ प्रभावित पंचायतों में लोगों तक पहुंचने में सहूलियत हो। नौका पर जिलाधिकारी ने आवश्यक दवाओं का किट रखने का भी निर्देश दिया। ताकि आवश्यकता पड़ने पर बाढ़ प्रभावित लोगों का इलाज भी किया जा सके। बैठक में ये थे मौजूद

डीडीसी अभिलाषा शर्मा, अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी भूपेंद्र प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन डा. अजय कुमार सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवनंदन पासवान, एसीएमओ डा. आरएन चौधरी, डीपीएम हेल्थ पवन कुमार, केयर इंडिया के प्रतिनिधि अभिनंदन आनंद, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डा. वरुण, यूनिसेफ के प्रतिनिधि डा. एजाज अहमद, आईटी मैनेजर बमबम कुमार आदि।

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