सशक्त राष्ट्र प्रहरी आत्मनिर्भर भारत के नाम पर लाखों की ठगी

खगड़िया। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सशक्त राष्ट्र प्रहरी आत्मनिर्भर भारत के नाम पर लाखों

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 12:38 AM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 12:38 AM (IST)
सशक्त राष्ट्र प्रहरी आत्मनिर्भर भारत के नाम पर लाखों की ठगी
सशक्त राष्ट्र प्रहरी आत्मनिर्भर भारत के नाम पर लाखों की ठगी

खगड़िया। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सशक्त राष्ट्र प्रहरी आत्मनिर्भर भारत के नाम पर लाखों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। ठगी के शिकार हुए लोगों ने डीएम आलोक रंजन घोष को आवेदन देकर गुहार लगाई है।

सदर प्रखंड के चतरा, माड़र, गौराशक्ति, बगडोर, महसोड़ी सहित कई गांवों के बेरोजगार युवाओं को इसका शिकार बनाया गया है। शिक्षक, सफाई कर्मी, गार्ड, सिलाई, कटाई से लेकर आवास योजना, शौचालय योजना सहित कई सरकारी योजनाओं में काम दिलाने और योजना का लाभ दिलाने के नाम पर हजार रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक प्रति व्यक्ति वसूला गया है।

इस फर्जीवाड़े में मेहसौड़ी गांव निवासी अमित कुमार और संजय कुमार कश्यप मुख्य रूप से शामिल हैं। लगभग 500 से अधिक पुरुष व महिलाओं से नौकरी दिलाने और योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर रुपये की उगाही की गई है। दोनों फरार चल रहे हैं।

चतरा गांव की अरुणा देवी ने कहा कि नौकरी के नाम पर अमित कुमार और संजय कुमार कश्यप द्वारा 10 हजार रुपये लिए गए। फर्म भी भराया गया। लेकिन उसके बाद उक्त दोनों व्यक्ति कभी नहीं मिले। पंपलेट पर अंकित मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। महिला के अनुसार ठगी के शिकार हुए हमलोग मुफ्फसिल थाना गए। लेकिन थानाध्यक्ष ने यह कह कर वापस लौट दिया कि यह विभाग का मामला है। संबंधित विभाग में आवेदन दें। अगर विभाग फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ केस दर्ज करती है, तो हम कार्रवाई करेंगे।

इधर गौराशक्ति के वार्ड संख्या पांच की अजित रजक की पत्नी रानी देवी ने बताया कि उसका और उसकी बेटी खुशबू कुमारी से आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत लगभग साढ़े तीन हजार रुपये गार्ड में नौकरी दिलाने के नाम पर लिया गया। बेटी को सिलाई सीखकर नौकरी दिलाने की बात कही गई। लेकिन छह महीने बीत चुके हैं, ना कोई प्रशिक्षण दिया गया है और न ही नौकरी मिली। अब जब अमित कुमार और संजय कुमार कश्यप को फोन किया जाता है, तो फोन नहीं उठाते है। चतरा के हिमांशु कुमार ने बताया कि एक हजार रुपये शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर लिया गया। छह महीना बीत गए, अभी तक कोई खोज खबर नहीं ली गई है। जो व्यक्ति सशक्त भारत के संचालक और संयोजक हैं, दोनों का मोबाइल नंबर नहीं लग रहा है। ठगी के शिकार ऐसे कई लोग हैं। लेकिन थाना पुलिस के डर से आवेदन देने से कतरा रहे हैं। क्या कहते हैं कौशल प्रबंधन विभाग के पदाधिकारी कौशल प्रबंधन पदाधिकारी अमित कुमार से जब इस विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत नाम की कोई योजना हमारे विभाग द्वारा जिले में नहीं चलाई जा रही है। हमारे द्वारा बिहार स्कीम मिशन के कुशल युवा प्रोग्राम और डोमेन स्क्रीम प्रोग्राम चलाया जा रहा है। जिसके लिए दो सेंटर बनाए गए हैं। इसके अलावा कहीं प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है। क्या कहते हैं जिला नियोजन पदाधिकारी निशांत कुमार ऐसी कोई सरकारी योजना विभाग द्वारा नहीं चलाई जा रही है। अगर कहीं इस तरह की योजना चल रही है, तो वह फर्जी है। कोट ठगी के शिकार हुए लोग संबंधित थाने में आवेदन दें। जांच कर कार्रवाई निश्चित रूप से होगी। मेरी जानकारी के मुताबिक ये कोई सरकारी संस्थान नहीं है। एसपी अमितेश कुमार को इसकी सूचना दे दी गई है। -आलोक रंजन घोष, डीएम, खगड़िया।

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