कोरोना गाइडलाइन का पालन करें
खगड़िया। रमजानुल मुबारक इस्लामी साल का नवां महीना है। इस महीना में जन्नत के दरवाजे खोल दिए ज
खगड़िया। रमजानुल मुबारक इस्लामी साल का नवां महीना है। इस महीना में जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। इस माह में हर बालिग मुसलमान मर्द, औरत दिन में रोजा रखते हैं और रात में तरावीह की नमाज पढ़ते हैं।
इस माह में लोग खूब दान किया करते हैं। गरीब, अनाथ और विधवा का खासतौर से ख्याल रखते हैं। और हर बुराई से भी बचने की पूरी कोशिश करते हैं।
यह बरकतों वाला महीना है। रमजान का पहला अशरा 10 दिन रहमत है, दूसरा अशरा 10 दिन मग फिरत है और तीसरा अशरा 10 दिन जहन्नम से छुटकारे का है। रमजानुल मुबारक की सबसे बड़ी बात यह है कि कुरान मजीद इसी माह में अल्लाह ताला ने नाजिल यानी उतारा है। रमजान की जब आखिरी रात आती है तो अल्लाह ताला सबकी मग फिरत फरमाते हैं। रमजान के महीने में काम कम और इबादत ज्यादा करने को कहा गया है। इस माह में हर इबादत का 70 गुना ज्यादा नेकी (पुण्य) मिलता है। यह मुबारक महीना फिर एक बार कोरोना महामारी के दरमियान आ गया है। इससे हमें सबक लेना चाहिए। हम सबको खुदा की और ज्यादा से ज्यादा इबादत करनी चाहिए। गुनाहों से तौबा करें और कोरोना वाबा की इस ताजा लहर को रोकने के लिए जो गाइड लाइन सरकार दिए हैं उसमें हम सब मिलकर मदद करें। कोट
बिला सख्त जरूरत के भीड़- भाड़ में जाने से बचें। शारीरिक दूरी का खयाल रखें। स्वास्थ्य की हिफाजत भी एक अहम ईमानी तका•ा (जरूरत) है। रमजान के मुबारक महीना में तमाम मुसलमान मर्द, औरत अपने लिए और पूरे देशवासियों के लिए अमन, सुकून की दुआ करें। कारी मु. सरफराज आलम, जिला महासचिव, जमीअत उलेमा ए हिद, खगड़िया