बुच्चा पंचायत में लोग जोह रहे विकास की बाट

खगड़िया। खगड़िया-सहरसा की सीमावर्ती बुच्चा पंचायत की तस्वीर आज तक नहीं बदली। प्रत्येक वर्ष की

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 12:32 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 12:32 AM (IST)
बुच्चा पंचायत में लोग जोह रहे विकास की बाट
बुच्चा पंचायत में लोग जोह रहे विकास की बाट

खगड़िया। खगड़िया-सहरसा की सीमावर्ती बुच्चा पंचायत की तस्वीर आज तक नहीं बदली। प्रत्येक वर्ष की बाढ़, दुरूह भूगोल, आवागमन की असुविधा, कागज पर स्वास्थ्य सेवा और भगवान भरोसे शिक्षा यह इस पंचायत की पहचान बन चुकी है। त्रिस्तरीय पंचायती राज में भी इस पंचायत की दशा-दिशा नहीं बदल सकी। बीमार पड़ने पर खाट का ही सहारा लेना पड़ता है। रात-बिरात गंभीर रूप से बीमार पड़ने पर कई बार लोगों की जान चली जाती है। अधिकारी भी इस पंचायत में आना पसंद नहीं करते हैं। क्या कहते हैं पंचायतवासी

फोटो कोट के साथ रात-बिरात बीमार पड़ने पर कई बार उचित इलाज के अभाव में मरीज की मौत हो चुकी है। सड़क की हालत भी जर्जर है। पंचायत की मुख्य सड़क तीन साल बाद भी नहीं बन पाई है। जिससे लोगों को बरसात के दिनों में काफी परेशानी होती है। सावन- भादो में पुनर्वास फनगो के लोगो को घर से निकलने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। मिथिलेश कुमार

बुच्चा पंचायत में मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क सड़क की हालत जर्जर है। लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। दिलीप कुमार मिश्रा

पंचायत में स्वास्थ्य सुविधा नहीं रहने के कारण कई बार बीमार होने पर लोग दम तोड़ देते हैं। लोग ग्रामीण चिकित्सक पर निर्भर हैं। आवागमन की असुविधा है। प्रभु चौधरी

बुच्चा पंचायत में बिजली तो पहुंची है, लेकिन दियारा इलाका रहने के कारण बराबर बिजली गुल रहती है। रात-बिरात सांप-बिच्छू का भय सताते रहता है। बिशो चौधरी बुच्चा पंचायत की आबादी 10 हजार है। लेकिन आजादी के बाद से अब तक यहां का विकास नहीं हुआ है। पंचायतवासी भगवान भरोसे रहने को विवश हैं। नल जल योजना पंचायत में हाथी का दांत साबित हो रहा है। बाढ़ से हर साल तबाही मचती है। फनगो पुनर्वास के लोगों को आवागमन के घनघोर संकट का सामना करना पड़ रहा है। रामविलास चौधरी

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