नहीं निकला समाधान, जारी है कोसी का कटाव
खगड़िया। कोसी नदी के जलस्तर में कमी आई है। इसके साथ ही कटाव तेज हो गया है। वैसे कोसी
खगड़िया। कोसी नदी के जलस्तर में कमी आई है। इसके साथ ही कटाव तेज हो गया है। वैसे, कोसी वर्ष भर कटाव करती है। खासकर नदी के जलस्तर बढ़ने एवं घटने के दौरान कटाव तेज हो जाता है।
बलैठा पंचायत की नवटोलिया, पचाठ ब्राह्मण टोला के समीप कोसी कटाव करते-करते धीरे- धीरे गाइड बांध के ठीक बगल में भागीरथी नदी में मिलने को आतुर बनी हुई है। कटाव स्थल से गाइड बांध की दूरी दिनोंदिन घटती जा रही है। कटाव स्थल से गाइड बांध की दूरी घटकर महज 15 मीटर के आसपास रह गई है। ग्रामीणों के मुताबिक नवटोलिया से लेकर पचाठ तक करीब आधे किलोमीटर भाग में कटाव पर मरहम लगाने के लिए एक माह पूर्व फ्लड फाइटिग कार्य कराया गया था। जो ऊंट के मुंह में जीरा का फौरन साबित हुआ। ग्रामीणों के मुताबिक बोल्डर बेडवार निर्माण के बाद ही कटाव का स्थाई समाधान निकल सकता है। ग्रामीणों की माने तो अगर कटाव पर नियंत्रण नहीं हुआ, तो गाइड बांध कटने बाद कोसी भागीरथी नदी से मिल जाएगी और कोसी की मुख्य धारा भागीरथी नदी में मिल जाएगी। जिससे पचाठ, ढाढी समेत कई गांवों का भूगोल बदलने में देर नहीं लगेगा। मुनि टोला पचाठ में भी पांच वर्ष पूर्व कराए गए कटाव निरोधात्मक कार्य नदी के गर्भ में समा चुका है। बिजेंद्र मुनी, उपेंद्र मुनि आदि कहते हैं- हर हमेशा डर बना रहता है। दूसरी ओर गांधीनगर में कोसी कटाव जारी है। इधर, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल- दो के जेई मणिकांत पटेल ने कहा कि नवटोलिया- ब्राह्मण टोला के बीच, मुनि टोला के समीप कटाव निरोधात्मक कार्य कराए जाने की आवश्यकता है।